ग्वालियर। बिजली कंपनी के कर्मचारी 2 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। मप्र यूनाइटेड फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर फेडरेशन ने 11 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं होने पर हड़ताल का आह्वान किया है। 21 अगस्त को शुक्रवार को फेडरेशन ने रोशनी घर के सामने गेट मीटिंग करके कर्मचारियों को आंदोलन की रूपरेखा से अवगत कराया फेडरेशन के संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया कि 11 सूत्रीय मांगों से सरकार को अवगत कराया था, लेकिन सरकार ने अब तक इन मांगों का निराकरण नहीं किया है इसको लेकर १ अगस्त से आंदोलन किया जा रहा है काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया जाएगा अगर सरकार नहीं सुनती है तो 42000 कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इन मांगों को उठाया है :-
सारणी ताप विद्युत गृह को बेचने की कवायद को बंद किया जाए
पेंशन फंड में बिजली कंपनी व सरकार पर्याप्त राशि जमा करे, जिससे कर्मचारियों को पेंशन मिल सके
20 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके कर्मचारियों को पदोन्नात किया जाए
अनुकंपा नियुक्ति बिना शर्त दी जाए
इलेक्ट्रिसिटी वर्क्स प्रोटेक्शन एक्ट बने
ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए
हड़ताल से यह पड़ेगा असर
अगर कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो वितरण व्यवस्था राम भरोसे हो जाएगी क्योंकि इस हड़ताल में फील्ड में काम करने वाले कर्मचारी भी शामिल हो रहे हैं, जिनके भरोसे वितरण व्यवस्था संचालित होती है।