सिवनी। मध्यप्रदेश सिवनी में उर्दू स्कूल की वरिष्ठ अध्यापक मुक्ता जैन ने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की है। अध्यापक ने आत्महत्या के पीछे स्कूल की महिला प्राचार्य पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। महिला अध्यापक की हालत गम्भीर बताई जा रही है और इलाज के लिए अध्यापिका को नागपुर रेफर किया गया है।
परिजनों के मुताबिक मुक्ता जैन काफी दिनों से परेशान चल रही थी और सोमवार रात अध्यापक ने अपने घर पर जहर खा लिया। जहर खाने के बाद हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया। यहां हालत नाजुक होने पर मुक्ता को नागपुर रेफर किया गया।
अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष बिपनेस जैन का कहना है की स्कूल की महिला प्राचार्य पी.एम. सिंह द्वारा अध्यापिका को काफी दिनों से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। मुक्ता ने जिसकी लिखित शिकायत अध्यापक संघ से भी की थी। अब इस घटना के बाद अध्यापक संघ मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
वहीं, स्कूल की प्राचार्य पी.एम. सिंह ने उनके ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने किसी भी तरह की प्रताड़ना से इनकार करते हुए कहा कि वे इस बात से हैरान है कि उन पर क्यों आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि मुक्ता के खिलाफ लापरवाही से कार्य करने की वजह से विभागीय जांच कराई गई थी। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कराई गई जांच में मुक्ता को दोषी पाया गया था।