रीवा। मप्र यूनाइटेड फोरम ने सोमवार को रीवा में आम सभा का आयोजन किया जिसमे रीवा संभाग के सभी बिजली इंजीनियर और कर्मचारी अधिक से अधिक संख्या मेँ शामिल हुए।
बिजली कंपनी ने कर्मचारियों की 2 सितंबर तक मांगें नहीं मानी गईं तो मध्य प्रदेश के 42 हजार बिजली कर्मचारी सामूहिक हड़ताल पर चले जाएंगे। मप्र यूनाइटेड फोरम ने 10 अगस्त को रीवा मेँ आयोजित आम सभा मेँ मध्य प्रदेश सरकार व बिजली कंपनी को अल्टीमेटम दे दिया है।
10 प्रमुख संगठनों के संयुक्त मोर्चा मप्र यूनाइटेड फोरम की अगुवाई में 11 सूत्रीय मांगों को लेकर एकजुट हुए हे। यूनाइटेड फोरम के संयोजक इंजी. व्ही.के. एस. परिहार ने बताया दो माह से कर्मचारी आंदाेलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही। इससे अफसरों-कर्मचारियों में भारी असंतोष है। इसके मद्देनजर प्रदेश स्तर पर आंदोलन करना पड़ रहा है। सरकार के पास अभी भी वक्त है। एक माह में हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हड़ताल तय है।
इस दौरान यूनाइटेड फोरम के संयोजक इंजी. व्ही.के. एस. परिहार उपस्थित थे आम सभा की अध्यक्षता चीफ इंजी. श्री एस.के. टंडन जी ने की, सभा के दौरान इंजी. अशोक जैन, एम.जी. सक्सेना एल के नामदेव आदि अन्य कर्मचारी ने की जिसमे रीवा संभाग के सभी बिजली कर्मचारी शामिल हुए। बिजली कर्मचारी ने कहा कि 2 सितंबर के पहले हमारी मांगें नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल तय है।