भोपाल। संडे वीकेंड मनाने गए राजधानी के पर्यटक नालों में अचानक आई बाढ़ में फंस गए। देलावाड़ी में 2 लोग बह गए जिनमें से एक लाश मिल गई है। बुदनी मिडघाट में 24 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है।
बुदनी के सतकुंडा नाले में अचानक आई बाढ़ से 24 लोग फंस गए हैं। इन लोगों ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई है। नाले का बहाव इतना तेज था कि इन लाेगों को सुरक्षित स्थान पर आने का मौका भी नहीं मिला। पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू टीम होशंगाबाद से मौके पर पहुंच गई है। बताया जाता है कि बुदनी के मिड घाट पर सतकुंडा नाले का पानी अचानक बढ़ने की वजह से ये लाेग वहां फंस गए हैं। सभी लोग भोपाल के हैं। भीमबेठिका वर्ल्ड हैरिटेज साइट से हाइवे की ओर जाने वाले मार्ग पर भी पानी भरा गया था। जिससे दो घंटे तक पर्यटक यहां फंसे रहे।
दोस्त को बचाने कूदा, लेकिन खुद डूब गया
अपने दोस्तों के साथ देलावाड़ी पिकनिक मनाने गया भोपाल का युवक देलावाड़ी-सेमरी के बीच जंगली नाले में नहाते समय बह गया, जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल में जैन मंदिर के पास अशोका गार्डन निवासी 29 वर्षीय प्रिमित खरे, पिता प्रमोद खरे जिम में ट्रेनर था। वह अपने चार अन्य साथियो के साथ देलावाड़ी पिकनिक मनाने गया था। सभी देलाबाड़ी -सेमरी के बीच सड़क मार्ग पर एक जंगली नाले में नहा रहे थे, इसी दौरान अचानक इस जंगली नाले में तेज बहाव के साथ पानी आ गया और प्रिमित का दोस्त पार्थ श्रीवास्तव बहने लगा। अपने दोस्त पार्थ को बहता देख प्रिमित भी उसे बचाने के लिए उस नाले में कूद गया, लेकिन आगे गहरा पानी होने के कारण वह डूब गया। इसके बाद से उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। जबकि प्रिमित का दोस्त पार्थ जैसे तैसे किनारे लग कर बच गया। समाचार लिखे जाने तक रेहटी पुलिस प्रिमित को ढूंढने की कोशिश करती रही, लेकिन उसका कही पता नहीं चल सका। प्रिमित अपने परिवार में अकेला बेटा था और जनवरी 2015 में ही शादी हुयी थी।