भोपाल। सीबीआई व्यापमं घोटाले की जांच पूर्व सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिन्द्रा की हार्डडिस्क से शुरू करेगी। डाटा दोबारा रिट्रीव करने के लिए हार्डडिस्क सीएफएसएल भेजी जाएगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि विह्सिल ब्लोअर प्रशांत पांडे की एक्सेल शीट असली है या एसटीएफ की जांच का केंद्र रही एक्सेल शीट। व्यापमं घोटाले की जांच का जिम्मा दिल्ली यूनिट को मिलने की उम्मीद है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक व्यापमं घोटाले की जांच का मुख्य आधार नितिन महिन्द्रा की एक्सेल शीट है। एसटीएफ अब तक महिन्द्रा के कम्प्युटर और लैपटॉप से चार हार्डडिस्क बरामद कर चुकी है। इसका डीलिट डाटा गुजरात के अहमदाबाद फॉरेन्सिक लैब से रिट्रीव कराया गया था। इसी से मिली एक्सेल शीट के आधार पर जांच शुरू की गई थी लेकिन इस एक्सेल शीट पर प्रशांत पांडे के साथ ही कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने सवाल खड़े करते हुए इसे गलत बताया था। अब दोबारा डाटा रिट्रीव होने से सच सामने आ जाएगा।
दो सौ नई FIR होना तय
एसटीएफ को जांच शुरू होने के बाद से अब तक करीब पंद्रह सौ शिकायत मिल चुकी हैं। इनमें से अधिकांश गुमनाम जरूर हैं लेकिन मय सबूतों के साथ भेजी गई हैं। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक मिली शिकायतों में से अब भी करीब एक हजार शिकायतें जांच के लिए लंबित हैं।
इनमें से करीब दो सौ शिकायतों में जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज होना लगभग तय है। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि अब तक की जांच में कई लाख पन्नों के दस्तावेज जमा हो चुके हैं। इन्हें सीबीआई को देने और पूरा मामला समझाने में ही करीब दो से तीन महीने का वक्त लग सकता है।
