आनंद ताम्रकार/बालाघाट। भारी दवाब के चलते पुलिस ने पत्रकार संदीप शर्मा को जिंदा जलाने वाले माफिया राकेश नर्सवानी को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन अब लोकल पुलिस उसकी तीमारदारी में लगी हुई है। पुलिस रिमांड के दौरान उसे थाने में पलंग, गद्दा, कूलर समेत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। उसका गुर्गा विशाल टांडी भी उसके साथ रिमांड में ऐश कर रहा है।
इस संदर्भ में आज पत्रकार संदीप कोठारी के परिवारजनों ने फोटो जारी किए। इस फोटो में पुलिस लॉकअप के बाहर पलंग लगा हुआ है। मखमली कबंल ओढ़े हुए एक व्यक्ति सो रहा है, जो माफिया राकेश नर्सवानी है। उसके चरणों के पास बैठा है उसका गुर्गा विशाल टांडी। कुल मिलाकर पुलिस ने माफिया के लिए अपने थाने को होटल में तब्दील कर दिया है।
पत्रकार के परिवार का कहना है कि ऐसी स्थिति में पुलिस से न्यायोचित कार्रवाई की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह फोटो पत्रकार के भाई नवीन ने शुक्रवार की रात को लिया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस का यही रवैया रहा तो वो सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे।
कटंगी थाना प्रभारी संजय चौकसे ने इस मामले में दलील दी हे कि तस्वीर में जो व्यक्ति सोया हुआ नजर आ रहा है वह राकेश नर्सवानी नही बल्कि एक सिपाही है। थाना प्रभारी के अनुसार रोजाना 5 सिपाही की ड्यूटी लगती है जिसमें 2 हवलदार और 3 सिपाही होते है। जिसकी डियूटी नही लगी थी वही सिपाही वहां सोया हुआ था।
थाना प्रभारी ने यह भी बताया की विशाल टांडी को जेल से बाहर लेकर आये है इस कारण उसे बाहर रखा गया है तथा थाने के लाकअप में कीडे मकोडे होने से राकेश नर्सवानी को भी बाहर रखा गया था।
- ज्वलंत प्रश्न
- क्या थानों में बिना ड्यूटी उपस्थित पुलिस जवानों के लिए बिस्तर उपलब्ध कराए जाते हैं।
- यदि लॉकअप में कीड़े माकोड़े थे तो क्या सभी कैदियों को बाहर निकाला गया था। यदि हां तो उन्हें किसी दूसरे लॉकअप में शिफ्ट क्यों नहीं किया।
पुलिस थाना प्रभारी अपने ही बयानों में फंसे हुए हैं।
