सेंवढ़ा। जनपद पंचायत की निर्दलीय महिला अध्यक्ष ने बीजेपी ज्वाइन नहीं की तो उनके पति को सस्पेंड करा दिया गया। इस पॉलिटिकल अत्याचार के आरोपी हैं इलाके के दिग्गज भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा। वो चाहते थे कि जीतने के बाद निर्दलीय महिला अध्यक्ष भाजपा ज्वाइन कर ले।
सेंवढ़ा की जनपद पंचायत अध्यक्ष किरण बांके बिहारी शर्मा ने आरोप लगाया है कि जनपद अध्यक्ष चुनने के बाद भाजपा नेताओं ने पार्टी की सदस्यता लेने का दबाव बनाया। इस जब मैंने स्वीकार नहीं किया। मेरे भाजपा में शामिल नहीं होने का नतीजा मेरे पति पंचायत सचिव बांके बिहारी शर्मा को मिला। उन्हें छुट्टी के दिन सस्पेंड कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सीईओ भास्कर लाक्षाकार ने चिकित्सा अवकाश के दौरान मेरे पति का निलंबन कर दिया। उन्हें बगैर किसी आरोप के पंचायत सेवा अनुशासन अधिनियम 1999 के अंतर्गत निलंबित किया गया।
वहीं दूसरी ओर दतिया जनपद अध्यक्ष के पति सतीश यादव हैं। मूलतः वह भी पंचायत सचिव हैं और लगातार राजनीतिक दलों के कार्यक्रमों में मंच साझा करते है। बैनरों होर्डिंग्स में उनके नेताओं के साथ फोटो लगते है। अंतर इतना है कि वह भाजपा में है। इसलिए जिला पंचायत सीईओ को उनके अंदर अनुशासनहीनता नजर नहीं आती।
