भोपाल। देश के कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर स्मार्ट एन्ड्रायड फोन पर अनरिजर्व रेल टिकट की सुविधा शीघ्र ही भोपाल रेल मंडल में भी शुरू हो सकती है। नई दिल्ली से मुंबई और चैन्नई रूट के इस प्रमुख स्टेशन पर प्रतिदिन 80 हजार से अधिक यात्री ट्रेनों में सवार होते हैं।
पेपरलेस टिकट की सुविधा मिलने से कई स्मार्टफोन धारी यात्रियों को टिकट के लिए लंबे क्यू में नहीं लगना होगा। भोपाल रेल मंडल भी पेपरलेस टिकट की सहुलियत वाला स्टेशन होने वाला है। यहां से गुजरने वाली 180 यात्री गाड़ियों और अस्सी हजार यात्रियों की प्रतिदिन आवाजाही के चलते भोपाल को इस सुविधा के लिए चुना जा रहा है। फिलहाल इस सुविधा के पहले कई बिंदुओं का अध्ययन किया जा रहा है। इसमें प्रतिदिन यूटीएस (अन रिजर्व टिकट) से अर्जित राजस्व के आंकड़ों का अध्ययन किया जा रहा है। इसके साथ ही पीक अवर्स और सीजन में जनरल टिकट विंडों पर लगने वाली भीड़ के आकलन के आंकड़े भी एकत्र किए जा रहे हैं। यदि सबकुछ ठीक रहा तो भोपाल को पेपरलेस अनरिजर्व टिकट की सुविधा मिल सकती है।
यह होगी सुविधा
अभी तक अनरिजर्व टिकट सिर्फ टिकट विंडो पर ही मिलते हैं। अब यूटीएस के लिए एंड्रायड स्मार्ट फोन वाले रेल यात्रियों को पेपरलेस यूटीएस का विकल्प दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें आर वेलेट वाली सुविधा लेनी होगी। जैसे ही वे इंडियन रेलवे की यूटीएस बुकिंग आप्शन पर जाएंगे तो वो अपने गंतव्य स्टेशन का उल्लेख कर यूटीएस ले सकेंगे।
यह होगी दूरी की सीमा
एंड्रायड स्मार्ट फोन से यूटीएस से टिकट लेने के लिए स्टेशन से दो किमी की दूरी आवश्यक होगी। यानी चलती ट्रेन में या कमसे कम 30 मिटर की दूरी पर खड़े यात्री को स्मार्ट फोन पर पेपरलेस टिकट नहीं मिलेगा। ऐसा सुविधा के दुरुपयोग को रोकने किया जाएगा। ताकि कोई यात्री जब स्टेशन के रास्ते में हो और लंबी लाइन में नहीं लगना चाहता हो तो उसे ये सुविधा मिल जाएगी। ऐसे यात्री आर वैलेट के जरिए टिकट का आॅनलाइन भुगतान करेंगे और टिकट का स्क्रीन शॉट टीसी को दिखा सकेंगे। उन्हें कागज पर टिकट नहीं लेना होगा।
