नम्रता हत्याकांड: पिताजी थाने गए ही नहीं, फाइल में दर्ज मिले बयान

भोपाल। व्यापमं घोटाले व इससे जुड़ी मौतों की जांच कर रही सीबीआई को जांच की शुरूआत में ही मप्र पुलिस की भूमिका पर संदेह होने लगा है। मामला मेडिकल छात्रा नम्रता डामोर की हत्या से जुड़ा है। सीबीआई ने नम्रता के पिता मेहताब सिंह को संयोगितागंज थाने में दिए उनके बयान की कॉपी दिखाई तो वे चौंक गए। मेहताब ने कहा कि मैं तो कभी संयोगितागंज थाने गया ही नहीं, फिर मेरे बयान कैसे दर्ज हो गए?

उन्होंने सीबीआई को बताया कि पुलिस ने शुरू से ही उनकी बेटी की हत्या को आत्महत्या बताने की कोशिश की। उन्होंने अपनी बेटी की हत्या में कुछ संदिग्धों के नाम भी सीबीआई को बताए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि इन लोगों से यदि सख्ती से पूछताछ हो तो हत्या का राज खुल सकता है।

सीबीआई ने नम्रता के पिता और उसके भाई ओमप्रकाश को चार इमली स्थित दफ्तर में बुलाकर उनके बयान दर्ज किए। सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक मेहताब सिंह और ओमप्रकाश सीबीआई दफ्तर में ही रहे। रात 10 बजे मेहताब सिंह ने सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर आरपी अग्रवाल से भी मुलाकात की। मेहताब के मुताबिक तीन दौर में उनके बयान दर्ज किए गए। उन्होंने सीबीआई को सब कुछ बताया है कि कैसे उनकी बेटी की मौत पर पुलिस ने लीपापोती करने की कोशिश की। 

कुछ नेताओं, वकीलों व पुलिस अधिकारियों के नाम भी सीबीआई को बताए हैं। सीबीआई ने मेहताब व ओमप्रकाश से नम्रता के अलावा टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के संबंध में भी विस्तार से जानकारी ली। मेहताब ने बताया कि सीबीआई ने बयान लेने से पहले नम्रता की मौत से जुड़ी पूरी केस डायरी भी अपने पास रखी थी। नम्रता केस के संबंध में इंदौर के संयोगितागंज टीआई डीएस बघेल का कहना है कि इस मामले में सीबीआई जांच चल रही है, इसलिए वे कुछ भी टिप्पणी नहीं करेंगे। संयोगितागंज थाने में ही नम्रता की गुमशुदगी दर्ज हुई थी। 7 जनवरी 2012 को उज्जैन के कायथा में रेलवे ट्रैक के पास नम्रता की लाश मिली और 29 जनवरी को शिनाख्त हुई।

पुलिस ने कोर्ट की भी नहीं सुनी
मेहताब सिंह ने बताया कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह हुआ तो उन्होंने बेटी की मौत की वजह जानने के लिए हाईकोर्ट में 4 मई 2012 को याचिका दायर की। कोर्ट ने इस मामले को गंभीर मानते हुए पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच करने के आदेश दिए। इसके बाद भी पुलिस ने इसे रफादफा करने की कोशिश की।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!