शिवराज ने भाजपा कोर कमेटी को समझाया: व्यापमं पर गर्व कैसे करें

भोपाल। शिवराज सिंह चौहान, मप्र में वो नाम जिसके दम पर पूरी सरकार बन गई। लोगों ने प्रत्याशी को नहीं शिवराज को देखकर वोट दिया। आज वही शिवराज गली गली अपनी सफाई देते घूम रहे हैं। उनकी अपनी ही भाजपा में उन पर उंगलियां उठ रहीं हैं और उन्हें हर खासोआम को समझाना पड़ रहा है। बीते रोज उन्होंने विधायक दल एवं भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी को समझाया कि कैसे वो निर्दोष हैं और क्यों व्यापमं पर शर्म नहीं गर्व महसूस किया जाना चाहिए।

चौहान कोर कमेटी की बैठक में करीब 15 मिनट इसी मसले पर बोले, इसके बाद एक घंटे तक कोर कमेटी मंथन करती रही कि व्यापमं को लेकर पार्टी का रुख क्या होना चाहिए। अंतत: तय हुआ कि भाजपा आक्रामकता के साथ अपना पक्ष रखेगी।

बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ नेता सुंदरलाल पटवा व पूर्व संगठन महामंत्री कृष्णमुरारी मोघे समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कोर कमेटी से कहा कि मीडिया में जो भी दिखाया गया या समाचार-पत्रों में जो छपा है, वह सत्य पर आधारित नहीं है। कांग्रेस भी असत्य फैला रही है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि हाईकोर्ट की निगरानी में जो जांच हुई, उसमें मुख्यमंत्री निर्दोष हैं। यह सीबीआई जांच के बाद भी साबित हो जाएगा। जहां तक जनता का सवाल है तो उनके बीच जाकर इस भ्रम को तोड़ना होगा। मोघे ने सुझाव दिया कि जनता के बीच जाकर सभाएं करने की बजाए अपने कार्यकर्ता को बताया जाए। परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सुझाव दिया कि व्यापमं के सारी हकीकत व तथ्य जनता में ले जाना होगा। पटवा ने इस मसले पर कोई टिप्पणी नहीं की।

तोमर, गेहलोत व झा नहीं आए
कोर कमेटी सदस्यों में शिवराज सिंह, नंदकुमार, अरविंद मेनन, सुंदरलाल पटवा, कृष्ण मुरारी मोघे, मंत्री भूपेंद्र सिंह, माया सिंह, राजेंद्र शुक्ला, फग्गन सिंह कुलस्ते, सत्यनारायण जटिया, मंत्री लाल सिंह आर्य, विनोद गोटिया, मनोहर ऊंटवाल, अरविंद भदौरिया, लता वानखेड़े व बंशीलाल गुर्जर मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व थावरचंद गेहलोत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी बैठक में नहीं आए। बैठक में यह भी तय किया गया है कि अब हर माह बैठक की जाएगी।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !