भोपाल। पिछले दिनों आफिस की एक अलमारी में ताला डालकर गायब हुआ भिंड का एक बाबू आज नेताप्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के घर पहुंचा। उसने बताया कि उसके पास संविदा शिक्षक भर्ती घोटाले की 300 फाइलें हैं। ये भर्तियां व्यापमं के जरिए 2006-11 के बीच हुई थी। कुछ अधिकारी बिना लिखा पढ़ी के उससे वो फाइलें मांग रहे हैं।
भिंड की अटेर जनपद के बाबू विनोद कुमार पांडे ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के घर पहुंचकर आपबीती सुनाई और मदद की गुहार लगाई। पांडे ने बताया कि दो-तीन सौ भर्तियों में फर्जीवाड़ा हुआ है। इसके दस्तावेज उनके रिकार्ड में हैं। इसे हासिल करने के लिए प्रशासन की ओर से दबाव बनाया जा रहा है। दस्तावेज चुराने की एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है और दो बार घर पर छापा मारा जा चुका है, जबकि दस्तावेज दफ्तर की अलमारी में सीलबंद रखे हैं।
नेता प्रतिपक्ष के घर पर पांडे ने बताया कि दबंग लोग दस्तावेज नहीं देने के लिए उन्हें और परिजनों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। दस्तावेज दफ्तर की तीन अलमारियों में रखे हैं। एक को तोड़कर दस्तावेज ले जाए जा चुके हैं। दबाव बनाने के लिए एक साल का वेतन रोक दिया गया है। पांडे ने बताया कि 2006 में जो सीईओ एससी प्रजापति पदस्थ थे वे फिर से आ गए हैं। हम रिकार्ड देने के लिए तैयार हैं, इसके लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा, पर नियमानुसार दस्तावेज लेने की जगह दबाव बनाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक भिंड में संविदा शिक्षक भर्ती में दस्तावेजों का फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है। भर्ती होने के बाद कई शिक्षक डीएड कर रहे हैं, जबकि इसका प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी में आए थे। कलेक्टर इसकी जांच भी करा चुके हैं, पर रसूखदार लोगों के शामिल होने की वजह से कार्रवाई नहीं हुई। कटारे ने कहा कि इस मामले में प्रशासन से बात करेंगे और यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि पांडे से नियमानुसार दस्तावेज लिए जाएं और जो झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है उसे निरस्त कराया जाए।