भोपाल। पांच साल तक के बच्चों के आधार कार्ड अब उनके घर पर ही बनेंगे। इसके लिए कार्ड बनाने वाली एजेंसी की टीम घर-घर जाएगी। टेबलेट के जरिए ऐसे बच्चों का एनरोलमेंट किया जाएगा। यह काम अगले हफ्ते से शुरू होगा। एनरोलमेंट होने के दस दिन से एक माह की अवधि में आधार कार्ड जनरेट हो जाएगा।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा तय की गई एजेंसी, स्थानीय टीम टेबलेट और फिंगर प्रिंट स्कैनर लेकर घर- घर जाएगी। मौके पर बच्चों के अभिभावकों से एनरोलमेंट फॉर्म भरवाया जाएगा। टेबलेट से बच्चों का फोटो लिया जाएगा। इस दौरान बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र मांगा जाएगा। फिंगर प्रिंट स्कैनर से बच्चे के माता या पिता का फिंगर प्रिंट भी लिया जाएगा। दिनभर में टेबलेट में इकट्ठा हुआ डाटा यूआईडीएआई के पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा। अतिशय इंफोटेक के जनरल मैनेजर केके कर्ण और कार्वी के स्टेट हेड सोहेल जमीर ने बताया कि नोडल विभाग द्वारा संबंधित एजेंसी को क्षेत्रवार जिम्मा सौंपा जाएगा। यूआईडीएआई के मुताबिक देश भर में अब तक करीब 88 करोड़ लोगों के आधार नंबर जनरेट हुए हैं।
बाकी बचे लोगों में बच्चों की संख्या अधिक है। इस वजह से डोर- टू- डोर जाकर ऐसे बच्चों का इनरोलमेंट किया जाएगा।
