भोपाल। मप्र के मुरैना जिले में निर्वाचन कार्य या दूसरी जरूरतों के लिए अस्थाई रूप से अटैच किए गए शासकीय शिक्षक अब वापस अपने विभाग में लौटना नहीं चाहते, क्योंकि उनमें कलेक्टर शिल्पा गुप्ता की दहशत है। वो नहीं चाहते कि कलेक्टर का निरीक्षण हो और वो सस्पेंड हो जाएं।
पिछले दिनों कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने कई स्कूलों में औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने इस दौरान किसी शिक्षक से ‘जन्तु’ लिखने को कहा तो किसी से ‘अकर्मण्यता’ लिखवा लिया। न लिख पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सूत्र बताते हैं कि इसी कार्रवाई के डर से शिक्षक अटैचमेंट से वापस नहीं आ रहे हैं। जबकि आयुक्त लोक शिक्षण के स्पष्ट निर्देश हैं कि स्कूलों के अलावा किसी भी शिक्षक का अन्य विभाग में अटैचमेंट न किया जाए।
- इन शिक्षकों ने कराए अटैचमेंट
- शाप्रावि देवलाल का पुरा के सहा.शिक्षक भगवत सिंह परमार 24 मई 2014 से निर्वाचन के नाम पर तहसील कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि पंक्षी का पुरा के सहा.शिक्षक देवेन्द्र शर्मा 21 सितम्बर 2014 से निर्वाचन के नाम पर तहसील कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि मिरघान के सहा.शिक्षक दिवाकर पचौरी 6 सितम्बर 2013 से निर्वाचन के नाम पर तहसील कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि सिरमिति के सहा.शिक्षक सतेन्द्र कुमार जैन निर्वाचन के नाम पर 16 दिसम्बर 2011 से तहसील कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि पंक्षी का पुरा के प्रधानाध्यापक रामप्रकाश कुशवाह 8 अगस्त 2014 से निर्वाचन के नाम पर तहसील कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि छौंदा की सहा.अध्यापक रेनू वर्मा 16 नवम्बर 2014 से निर्वाचन के नाम पर कलेक्टर कार्यालय में अटैच।
- शा.कन्या हाईस्कूल क्रं.1 के अध्यापक धर्मेन्द्र कश्यप 15 मई 2009 से कम्प्यूटर कार्य के लिए कलेक्टर कार्यालय में अटैच।
- शामावि रामपुर के अध्यापक कमलकिशोर मांझी 4 अप्रेल 2013 से कलेक्टर कार्यालय में अटैच।
- शामावि सागोरिया का पुरा के प्रधानाध्यापक पंकज कुमार शर्मा 25 जून 2015 से नगरनिगम चुनाव के नाम पर एसडीएम कार्यालय में अटैच।
- शाप्रावि पिपरसा में पदस्थ सहा.अध्यापक प्रदीप डंडोतिया 25 जून 2015 से नगरनिगम चुनाव के नाम पर एसडीएम कार्यालय में अटैच।
इन स्कूलों में एक-एक शिक्षक
मुरैना ब्लॉक के 40 से अधिक ऐसे स्कूल हैं जहां एक-एक शिक्षक ही पदस्थ है। उनमें शाप्रावि खरिका, उराहना, भटपुरा डांग, गडाजर, कोठे का पुरा, इस्लामपुरा, बक्सीपुरा, सबदलपुर, भैंसोरा, चक किशनपुर, हंसराज का पुरा, गादरा, रूंद का पुरा, मलखान पुरा, पवाया, पूरन सिंह का पुरा, भांकरी शामिल हैं।