आनंद ताम्रकार/बालाघाट। पुलिस ने यहां न्यायालय में सरेंडर करने आए व्यापमं कांड के सरगना एवं अखिलेश यादव के बेटे मिथुन उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मध्य ग्रामीण बैक इसलामपुर बिहार में प्रोबेसनरी आफिसर के पद पर पदस्थ है एवं उसके पिता इलाके के रसूखदार व्यक्ति हैं।
कोतवाली टीआई आशीष सप्रे ने अवगत कराया कि आरक्षक भर्ती की परीक्षा में भिण्ड के 7 फर्जी परीक्षाथियों को गिरफ्तार किया गया था। ये परीक्षार्थी दूसरे परीक्षार्थी के नाम से पर्चा हल करते हुये पकडे गये थे। इन सभी आरोपियों से पूछताछ की गई तो पूछताछ के दौरान उनसे 19 आरोपियों के बारे में पुलिस को जानकारी लगी थी। जिन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन इस गिरोह का सरगना मास्टरमाइड मिथून उर्फ मुन्ना जो कि मध्य ग्रामीण बैक इसलामपुर बिहार में प्रोबेसनरी आफिसर के पद पर पदस्थ है वह मामले के उजागर होने से ही फरार चल रहा था।
इसको पकडने के लिये पुलिस महानिरीक्षक ने 30 हजार रूपये के इनाम की घोषणा भी की थी। बीटेक की शिक्षा प्राप्त मिथून फर्जी परीक्षार्थीयों को भेजने का कार्य करता था। उसके द्वारा हाईकोर्ट में आग्रिम जमानत की अर्जी प्रस्तुत की गई थी लेकिन अर्जी खारिज होने के बाद वह आत्मसमर्पण करने न्यायालय पहुंचा था। इसी दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420, 468, 120बी, 34, 511 आइपीसी, 3डी1, 2/4 मध्यप्रदेश मान्यता प्राप्त अधिनियम के तहत मामला कायम किया गया है। पुलिस ने पूछताछ के लिये 3 दिन का रिमाण्ड हासिल किया है। यह उल्लेखनिय है कि मिथून को फर्जीवाडा में संलिप्त होने के कारण बैक ने निलम्बित कर दिया है तथा इस मास्टर माइड ने 7 परीक्षार्थियों से 4-4 लाख रूपये में सौदा तय किया था यह सौदा ग्वालियर के हेमनारायण तिवारी के माध्यम से भिण्ड निवासी मिटू तोमर, मोनू तोमर के संपर्क करने पर हुआ था इनकी बात दिल्ली में रहने वाले बिहार निवासी नमोनारायण से हुई थी जिसके माध्यम से यह सौदा तय हुआ था।