भोपाल। प्रदेश भर से आए राज्य शिक्षा केन्द्र अंतर्गत कम्प्यूटर पर कार्य करने वाले एमआईएस कार्डिनेटरों (मीडिया इनफोरमेशन सिस्टम कोर्डिनेटर) ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ एवं राज्य शिक्षा केन्द्र कर्मचारी अधिकारी संघ के बैनर तले राजधानी भोपाल के यादगारे शहजहांनी पार्क में धरना देकर प्रदर्शन किया। आंदोलन का नेतृत्व महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने किया।
एम.आई.एस कार्डिनेटरों की मुख्य समस्याएं निम्नलिखित हैं:
(1) राज्य शिक्षा केन्द्र में कार्यरत सभी संवर्ग के कर्मचारियों की वेतन वृद्वि वर्तमान मंहगाई भत्ते की प्रचलित दर 113 प्रतिशत् के अनुसार 1 अप्रेल 2015 से कर दी लेकिन एम.आई.एस कार्डिनेटरों का वेतन नहीं बढ़ाया।
(2) पिछले दो वर्षो में एक बार भी एम.आई.एस कार्डिनेटरों का वेतन नहीं बढ़ाया गया जबकि अन्य संवर्ग के कर्मचारियों का बढ़ा दिया गया । कहा गया कि एम.आई.एस कार्डिनेटरों का वेतनमान निर्धारित किया जा रहा है उसके बाद वेतन वृद्वि की जायेगी । एक वर्ष बीतने की बाद भी वेतनमान निर्धारित नहीं किया गया जिस कारण वेतनवृद्वि नही हो पाई जिससे एम.आई.एस कार्डिनेटरों को दो वर्ष से बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।
(3) एम.आई.एस कार्डिनेटरों के नियुक्ति के समय वेतन निर्धारण का आधार वार्षिक कार्य योजना में स्वीकृत की गई राशि को बनाया गया था। नियुक्ति के समय वार्षिक कार्य योजना में राशि 15 हजार रूपये केन्द्र सरकार के द्वारा स्वीकृत की गई थी। विगत वर्ष केन्द्र ने एम.आई.एस. कार्डिनेटरों के लिये 25200 रूपये स्वीकृत किये लेकिन 2014-15 में वार्षिक कार्य योजना के हिसाब से इनका वेतन नहीं बढ़ाया और पन्द्रह हजार रूपये ही वेतन भुगतान किया जाता रहा । केन्द्र सरकार के द्वारा दी गई राशि लेप्स हो गई।
(4) सर्वशिक्षा अभियान मिशन की 44 वी बैठक में यह निर्णय हो चुका है कि समस्त संविदा कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्वि उनकी संविदा अवधि नवीनीकरण के समय प्रदान की जायेगी अर्थात प्रतिवर्ष 1 अप्रेल को उनका वेतनबढ़ाया जायेगा। जो कि राज्य शासन के मंहगाई भत्ते के बढ़ौतरी के बराबर वेतनवृद्वि की जायेगी । उसके बावजूद एम.आई.एस. कार्डिनेटरों को छोड़कर अन्य सवंर्ग के कर्मचारियों का वेतन बढ़ा दिया गया । एम.आई.एस कार्डिनेटरों को छोड़ दिया गया।
(5) एमआईएस कार्डिनेटरों के अधीस्थ काम करने वाले डाटा एन्ट्री आपरेटरों का वेतन बीस हजार रूपये हैं और एम.आई.एस. कार्डिनेटरों का वेतन पन्द्रह हजार रूपये है। इससे वरिष्ठ का वेतन कम और कनिष्ठ का वेतन ज्यादा हो गया । जिससे दिन - रात कठिन परिश्रम कर प्राथमिक / माध्यमिक शिक्षा का उन्मुखीकरण करने वाले एम.आई.एस. कार्डिनेटरों को आर्थिक, मानसिक, प्रताड़ना छेलनी पड़ रही है।
(6) नियुक्ति को तीन वर्ष हो गये हैं, लेकिन अभी तक जाब चार्ट नहीं बनाया गया। जिससे अधिकारी एम.आई.एस. कार्डिनेटरों से चपड़ासी तक के कार्य भी ले लेते हैं।
म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने एमआईएस कार्डिनेटरों की वेतनवृद्वि करने और जाॅब चार्ट बनाने के लिए मुख्यमंत्री,, शिक्षामंत्री,, अपर मुख्य सचिव, और आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र को भी ज्ञापन सौंपा है तथा अवगत कराया है कि यदि एक माह के अंदर यदि एमआईएस कार्डिनेटरों का वेतन नहीं बढ़ाया गया तो एमआईएस कार्डिनेटर हड़ताल पर चले जायेंगें ।
रमेश राठौर
प्रदेश अध्यक्ष
मो. 9425004231