भोपाल। संसद के पहले ही दिन भाजपा ने अपना स्टेंड साफ कर दिया है। अरुण जेटली ने कहा कि व्यापमं पर लोकसभा या राज्यसभा में चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती। यह राज्य का मुद्दा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि राज्यों के मुद्दों को संसद में नहीं उठाया जा सकता है। नियम में भी इसका उल्लेख नहीं है।
याद दिला दें कि संसद में इस बार कांग्रेस सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे एवं शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर आगे बढ़ रही है। अब देखना यह है कि भाजपा के इंकार के बाद कांग्रेस क्या करती है।