रानी बाग। यहां एक पुलिस अधिकारी ने पहले एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा और फिर उसी के सूने घर में जाकर दारू पार्टी की। इतना ही नहीं, कर्मचारी की मेड को गन दिखाकर धमकाया और उसके साथ गंदा काम भी किया, लेकिन पुलिस अधिकारी की यह करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और मामला उजागर हो गया।
यह सीसीटीवी रानी बाग में उस घर में लगा हुआ था, जहां यह वारदात हुई। पुलिस ने बताया कि मादीपुर पुलिस चौकी के एएसआई जयवीर सिंह ने यह वारदात अरुण विद्रोही नामक व्यक्ति के घर में उसकी मेड के साथ की। अरुण समयपुर बादली रेलवे स्टेशन पर सुपरवाइजर है। वह रानी बाग थाने का बीसी है। उस पर पांच केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि मार्च में उसने धारदार हथियार से अपने जानकार आदमी पर हमला कर दिया था।
आईपीसी की धारा 308 के तहत पंजाबी बाग थाने में केस दर्ज हुआ। जांच एएसआई जयवीर सिंह को दी गई। जयवीर की पैरवी के बाद सेशन कोर्ट से हाई कोर्ट तक अरुण विद्रोही की एंटीसिपेटरी बेल रिजेक्ट हो गई थी। अरुण ने कोर्ट में सरेंडर किया। वह पांच दिन जेल में रहा। उस केस की जांच जयवीर सिंह ही कर रहा था। अब जयवीर सिंह अपने उसी केस के मुलजिम अरुण विद्रोही के घर पर ही पार्टी मनाने जा पहुंचा। वहां सीसीटीवी कैमरे फिट थे। उसमें जयवीर सिंह शराब पीते हुए, पिस्तौल मेड को दिखाते हुए और अश्लील हरकत करते हुए नजर आ रहा है। पुलिस ने बताया कि वह टॉय पिस्टल थी। पुलिस ने बताया कि यह टॉय पिस्टल जयवीर की नहीं थी। अश्लील घटना के बाद मेड ने पुलिस कंप्लेंट दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जयवीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
शनिवार को पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी ने इस बारे में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि जो महिलाओं पर अत्याचार करेगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। बस्सी ने बताया कि रेप के आरोपी एएसआई को दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया है। जयवीर सिंह मादीपुर पुलिस चौकी ने पहले पिछले साल तिलक नगर थाने में तैनात था।