भोपाल। सामान्यत: थियेटर और फिल्मों से जुड़े लोगों के बारे में कहा जाता है कि वो सिर्फ कलाकार होते हैं, उन्हें 'राजनीति' नहीं आती, परंतु बीते रोज प्रकाश झा ने व्यापमं मामले पर जिस तरह का बयान दिया, उसके बाद दावे के साथ कहा जा सकता है कि प्रकाश झा 'राजनीति' के मंझे हुए खिलाड़ी हैं।
मप्र में शिवराज सिंह चौहान की कृपा से अपनी फिल्में बना रहे प्रकाश झा ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि 'मैं जरुर इस व्यापम पर अध्ययन करूंगा, लोगों को इसके बारे में पता चलना चाहिए और देश में इस विषय पर बहस होनी चाहिए, लेकिन अभी फिल्म बनाने पर मैं कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं, क्योंकि मैं किसी भी फिल्म को बनाने के लिए उसकी पटकथा पर सामान्यत: चार से पांच साल काम करता हूं। '
'राजनीति' और 'आरक्षण' जैसी चर्चित फिल्म बनाने वाले प्रकाश झा से इस शातिराना जवाब की उम्मीद कतई नहीं थी। इस जवाब के साथ उन्होंने शिवराज के सामने स्पष्ट कर दिया कि 'गलत फहमी में रहने की जरूरत नहीं है, आपके बाद जो नया मुख्यमंत्री आएगा उससे भी संबंध बना लूंगा और यदि मेरी फिल्मों में मदद रोकी गई तो व्यापमं बना दूंगा।'
कम से कम प्रकाश झा से इस तरह के शातिराना जवाब की उम्मीद कतई नहीं थी। याद दिला दें कि प्रकाश झा को फिल्म बनाने के लिए शिवराज सिंह कई तरह की आॅफीशियल और अनआॅफीशियल मदद करते हैं। इसके चलते प्रकाश झा बहुत कम बजट में फिल्म बना पाते हैं। 'राजनीति' और 'आरक्षण' जैसी फिल्में शिवराज के एहसान तले ही बन सकीं। प्रकाश झा के पास खास बजट नहीं था।