जबलपुर। ग्वारीघाट गुरुद्वारा से करीब 6 किलोमीटर दूर बसे गांव समद पिपरिया के लोग गुरुवार की तड़के 3 बजे से ही डरे हुए हैं। यहां नहर किनारे एक खेत में भरे पानी के भीतर से आ रही घर्राहट भरी तेज आवाज आ रही है। ग्रामीण जमीन फटने या उसमें से जहरीली गैस निकलने की आशंका से खौफ में है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, आपदा प्रबंधन और पुलिस की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने घटनास्थल से ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत दी है।
200 फुट के दायरे में गूंज रही आवाज
सबसे पहले आवाज सुनने वाले तुलसीराम पटेल ने बताया कि रात करीब तीन बजे अचानक घर्राहट भरी तेज आवाज आने लगी और मेढ़कों के टर्राहट बढ़ती गई। सुबह जाकर देखा तो गांव के कोटवार सूखा बर्मन के खेत से रहस्मयी आवाज आ रही थी। आवाज इतनी तेज है कि 200 फुट के दायरे तक गूंज रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पानी से न तो बुलबुले उठ रहे हैं न ही कंपन हो रहा है। लेकिन आवाज ऐसी है जैसे जमीन के भीतर बोरिंग मशीन से बोर करने पर आती है।
जब दहशत बढ़ी तब दी सूचना
लगातार आ रही आवाज सुनकर घटनास्थल पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। कुछ युवाओं ने पानी के भीतर घुसकर बेशरम पौधे अलग कर ये जानने की कोशिश करते रहे कि आखिर आवाज कहां से आ रही है लेकिन पानी और बेशरम के पौधे इतना ज्यादा थे कि माजरा कुछ समझ नहीं आया। आनन-फानन में ग्रामीणों ने पहले गांव की सरपंच शांतिबाई चौधरी और फिर जनपद सदस्य गुड्डी बाई को इसकी सूचना दी। उन्होने तत्काल जबलपुर एसडीएम राजा सिंह परिवार को सूचना दी।
आवाज सामान्य नहीं, एडीएम को दी रिपोर्ट
सूचना मिलते ही तहसीलदार मुनव्वर खान,डिवीजनल वार्डन सिविल डिफेंस (आपदा प्रबंधन) सुनील कुमार गर्ग और बरगी टीआई केएस बघेल ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। तहसीलदार खान ने बताया कि आवाज असाधारण हैं। रिपोर्ट अपर कलेक्टर को सौंप दी गई है। आपदा प्रबंधन से जुड़े श्री गर्ग ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया पाया गया कि आवाज की घर्राहट ऐसी है जैसे मोटर पंप चलने से आती है। मेढ़क की आवाज के साथ घर्राने की आवाज ईको के कारण ब्राइवेट हो रही है। फिर भी सुरक्षा के लिहाजा से ग्रामीणों को 50 फुट दूर रहने की सलाह दी गई है।
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ग्रामीणों की जुबानी
घर्राहट भरी आवाज के साथ ही मेढ़क भी लगातार टर्रा रहे हैं। ऐसी आवाज पहली बार सुनी है।
किशोरी लाल बर्मन,ग्रामीण
आवाज कहां से आ रही है ये समझ नहीं आ रहा। गांव वाले डरे हुए हैं।
गजराज पटेल,ग्रामीण
बरसात में मेढ़क टर्राते हैं लेकिन उसके साथ ही तेज प्रेशर की आवाज का रहस्य समझ नहीं आ रहा।
रज्जन यादव,ग्रामीण
