नई दिल्ली। नीतिश कुमार से मिलने मिलाने के बाद याकूब मेमन की मर्सी पिटीशन पर साइन करने वाले भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की भाजपा से विदाई तय हो गई है, क्योंकि इस मामले को भाजपा के हाईकमान ने गंभीरता से लिया है और खुद जेटली ने मीडिया के सामने इसकी निंदा की।
क्या कहा जेटली ने
मर्सी पिटीशन पर शत्रुघ्न द्वारा साइन किए जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि “यह बेहद दुखद है कि शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर काम किया है। मैं सोचता हूं कि बीजेपी के किसी मेंबर को ऐसा नहीं करना चाहिए था।” उन्होंने कहा कि बीजेपी की पॉलिसी ये है कि हम किसी ऐसे आदमी का समर्थन नहीं कर सकते जिसने 1993 ब्लास्ट या 26/11 में बेगुनाह लोगों की जान लेने का पाप किया हो।
पार्टी शत्रुघ्न से क्यों खफा
दरअसल, शत्रुघ्न सिन्हा उन कुछ नामचीन हस्तियों में शामिल थे जिन्होंने याकूब मेमन की फांसी के खिलाफ राष्ट्रपति के सामने पेश एक मर्सी पिटीशन पर साइन किए थे। शत्रुघ्न के इस पर साइन करने को लेकर विपक्ष और कुछ लोगों ने बीजेपी पर हमला किया था।