न्यूज रूम/भोपाल समाचार। सड़क हादसे की शुरूआत में संवेदनाएं हेमा मालिनी के प्रति थीं परंतु जैसे जैसे सच बाहर आया, हेमा मालिनी की सोशल मीडिया पर जमकर निंदा हो रही है।
हादसे के बाद हेमा के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं। हादसे के तुरंत बाद हेमा जिस तरह अन्य घायलों की सुध लिए बिना दूसरी सफारी कार से अस्पताल रवाना हो गईं, उसे लेकर सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है. लोगों का कहना है कि अगर हेमा उस बच्ची को अपने साथ अस्पताल ले जातीं तो उसकी जान बच सकती थी.
बच्ची के परिजनों ने कहा, 'हम जानते हैं कि इसमें हेमा मालिनी को भी चोट लगी है लेकिन वह कम से कम हाल-चाल तो पूछ सकती थीं. वह डॉक्टरों को इलाज के लिए कह सकती थीं.' सोशल मीडिया में भी लोग तीखे सवाल दाग रहे हैं कि बीजेपी सांसद वहां से तुरंत क्यों निकल क्यों गईं, जबकि उनकी चोट इतनी गंभीर नहीं थी.
घाव सूखने से पहले हेमा के ड्रायवर को जमानत मिल गई
डॉक्टरों का कहना है कि हेमा की नाक की हड्डी भी मामूली रूप से टूट गई थी। नाक और भौंहों के पास प्लास्टिक सर्जरी की गई है और घावों को भरने में 6 हफ्ते का वक्त लगेगा। उधर, दौसा मजिस्ट्रेट कोर्ट ने हेमा मालिनी के ड्राइवर को जमानत दे दी है। पुलिस ने कन्हाई गोल्डन आर्ट कंपनी के मालिक को भी बुलाया है जहां से हेमा ने मर्सिडीज कार ली थी। इससे पहले प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और हेमा के पति और बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र उनका हाल जानने फोर्टिस अस्पताल पहुंचे.
