भोपाल। भाजपा में बहुत प्रतीक्षित आयोजन निगम मण्डलों की लालबत्तियों का बटोना बस शुरू ही होने वाला है। करीब 20 नेताओं के नाम तय कर लिए गए हैं जिनके सर पर बत्ती लगा दी जाएगी परंतु पहली लिस्ट में घोषणा 5-6 नेताओं की ही होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कोर ग्रुप की इस मसले पर बैठक हो चुकी है। चर्चा के बाद तय किया गया है कि इस मामले को अब और आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। निगम-मंडलों, प्राधिकरणों और आयोगों में पिछले डेढ़ साल से नियुक्तियों का इंतजार किया जा रहा है। लालबत्ती के दावेदार अधिक होने और पार्टी के कुछ राष्ट्रीय नेताओं की सिफारिशों के चलते पिछले तीन महीने से सूची अंतिम रूप नहीं ले पा रही है।
शिवराज सिंह, नंदूभैया और अरविंद मेनन के बीच सहमति बन गई है। जल्द ही इस लिस्ट के साथ तीनों या फिर केवल शिवराज सिंह दिल्ली में दिखाई देंगे और वहां से एनओसी मिलते ही घोषणाएं कर दी जाएंगी। अब पढ़िए नजर गढ़ाए बैठे नेताओं की कथा:
तपन भौमिक
भाजपा में लंबे समय तक संगठन मंत्री का काम देखा। फिलवक्त प्रदेश संगठन में मंत्री, सदस्यता अभियान में प्रमुख भूमिका। संगठन और सीएम की पंसद।
विजेन्द्र सिंह सिसौदिया
पूर्व विधायक। पूर्व में भी दो बाद निगम अध्यक्ष रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में शाजापुर जिले से टिकट के प्रबल दावेदार थे पर ऐन वक्त पर टिकट कट गया था। बत्ती का वादा था सो इंतजार में हैं।
राजेन्द्र सिंह
दो बार के निगम अध्यक्ष, सीएम के नजदीकी माने जाते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के लिए बुधनी विधानसभा की सीट से विधायक रहते इस्तीफा दिया था।
विजय शर्मा
लंबे समय तक भाजपा के संगठन मंत्री रहे इस नेता को अब निगम-मंडल में नियुक्ति के जरिए भाजपा में सक्रिय किया जा सकता है।
रामकिशन चौहान
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नजदीकी। उनकी सिफारिश पर फिर से नियुक्ति की उम्मीद।
सुखप्रीत कौर
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ओर से आया नाम।
कृष्णकांता तोमर
पहले भी मंत्री स्तर के दर्जे से नवाजी गईं थी। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर समर्थक मानी जाती हैं।
उपमा राय
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रही इस नेत्री को पूर्व में किए गए कामों का प्रतिसाद मिलना तय। सीएम की पसंद भी मानी जा रही हैं।
हितेष बाजपेई
पिछले साढ़े चार सालों से भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे की पसंद।
प्रकाश मीरचंदानी
भाजपा के पैनालिस्ट, केन्द्रीय नेताओं से अपने सम्पर्को के चलते लालबत्ती की आस।
नीता पटैरिया
सांसद और विधायक रह चुकी हैं। विधायक रहते पिछली बार टिकट काट दिया गया था पर सिवनी में इसके बाद भी भाजपा हार गई। अब निगम मंडल में एडजस्ट करने पर संगठन कर रहा विचार।
जय सिंह कुशवाह
ग्वालियर विकास प्राधिकरण में पदाधिकारी रहे इस नेता को केन्द्रीय मंत्री तोमर का समर्थक माना जाता है।
गोपीकृष्ण नेमा
भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रहे, पिछली बार इंदौर तीन से टिकट के दावेदार थे, संगठन अब लालबत्ती से नवाज सकता है।
भक्तपाल सिंह
बैरसिया के पूर्व विधायक, सीट आरक्षित होने से चुनाव नहीं लड़ पाए। फिलवक्त भाजपा ग्रामीण के अध्यक्ष थे। संगठन ने कुछ समय पहले सहकारी बैंक का अध्यक्ष बनाने के लिए काफी जोर लगाया था पर तकनीकी कारणों से नहीं बन पाए थे।
भानू राणा
पिछली बार सागर के देवरी से विधायक, इस बार पार्टी ने टिकट काट दिया था नतीजे में देवरी से भाजपा हार गई। अब निगम मंडल में लेने की कवायद।
चंदू गुप्ता
खंडवा जिले के नेता और प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के खास समर्थक। बस यही योग्यता है।
