दमोह। आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रही मप्र सरकार ने मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना 'कन्यादान' का पैसा तक रोक लिया है। हालात यह है कि इस योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन करने वाले सरपंच अब धरने पर बैठ गए हैं।
शिकायत के अनुसार दमोह जनपद के भदौली पंचायत के पूर्व सरपंच ईश्वर कुशवाहा ने साल 2009 में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत अपने इलाके की गरीब बेसहारा लड़कियों की शादियां सामूहिक विवाह सम्मलेन करके की थी। जिसके लिए तत्कालीन जिला प्रशासन ने ईश्वर कुशवाहा की सरहना भी की थी लेकिन जब योजना की राशि के भुगतान की बात आई तो प्रशासन ने पल्ला झाड़ दिया। परेशान होकर ईश्वर कुशवाहा जिला पंचायत कार्यालय पर धरने पर बैठ गए हैं।
सूबे के तमाम नेताओं और अफसरों के साथ उन लोगों भी अपनी पीड़ा सुनाई जिनसे उन्हें राहत मिल सकती थी लेकिन जब कुछ नहीं मिला तो अब कुशवाहा ने दमोह जनपद के मेन गेट पर अपना सत्याग्रह शुरू किया है। अफसर ये आश्वासन दे रहे हैं कि मामला पुराना है, अब इसको जल्द निपटाया जाएगा।
