भोपाल। दिल्ली में भाजपा के विधायक 1 रुपया महीने वेतन-भत्ता पर काम करने को तैयार हैं उनका कहना है कि राजनीति सेवा का माध्यम है, नौकरी नहीं परंतु उसी भाजपा के विधायक मध्यप्रदेश में 1 लाख से कम पर तैयार नहीं हो रहे। अपने वेतन-भत्ता बढ़ाने की पूरी तैयारी कर ली है। मानसून सत्र में कितना भी हंगामा हो, लेकिन वेतन-भत्ता चुपके से बढ़ा लिया जाएगा।
विधानसभा के अधिकारियों ने बताया कि समिति की पहली बैठक में वेतन-भत्तों को लेकर प्रारंभिक चर्चा हुई थी। पड़ोसी राज्यों में विस के सदस्यों को दिए जाने वाले वेतन-भत्ते सहित सुविधाओं का ब्यौरा विधानसभा की ओर से रखा गया था। सदस्यों की ये आमराय सामने आई है कि कम से कम एक लाख रुपए वेतन-भत्ते होने चाहिए। अभी विधायकों को 71 हजार 500 रुपए वेतन व भत्ते मिलते हैं।
