लंदन। अलकायदा मुखिया ओसामा बिन लादेन की मौत को लेकर एक और नया दावा सामने आया है। बीबीसी की रिपोर्ट में जेन कोर्बिन ने दावा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ओसामा को एबटाबाद में करीब 6 साल कैद में रखा। इसके बाद उसे सुनियोजित तरीके से अमेरिका को सौंप दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, ओसामा की हत्या की साजिश उच्चतम स्तर पर अमेरिका और पाकिस्तान सरकार ने रची थी। जहां ओसामा मारा गया वो उसका घर नहीं बल्कि ISI की लक्झरी जेल थी।
करीब दो दशक तक अलकायदा और ओसामा की जांच करने वाले कोर्बिन ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना के अंदर दुष्ट तत्वों की मौजूदगी और इस्लामी आतंकवादियों के प्रति खुफिया सेवा की सहानुभूति का इतिहास रहा है। संभव है कि किसी को ओसामा के ठिकाने की जानकारी हो या उसे आश्रय लेने में मदद दी गई होगी।
कोर्बिन ने कहा कि एबटाबाद परिसर के ध्वस्त होने से पहले मैं वहां गया था और मुझे लगा था कि ओसामा पाकिस्तानी सेना की नाक के नीचे रहा होगा। गौरतलब है कि अमेरिकी नेवी सील के हमले में ओसामा दो मई 2011 की रात एबटाबाद में मारा गया था।
हर्ष सेमोर से भी की बात
कोर्बिन ने इस रिपोर्ट के लिए पुलित्जर पुरस्कार विजेता अमेरिकी खोजी पत्रकार सेमोर हर्ष से भी बातचीत की। हर्ष पहले ही लादेन के खात्मे से जुड़े अमेरिकी दावे को मनगढ़ंत करार दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के पूर्व खुफिया अधिकारी ने 2.5 करोड़ डॉलर इनाम के बदले में सीआईए को ओसामा के ठिकाने की जानकारी दी थी।
गाल का भी समर्थन
कोर्बिन ने कहा है कि पाकिस्तान से न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए रिपोर्ट करने वाली करलोटा गाल ने भी पाकिस्तानी सेना और खुफिया सेवा के शीर्ष स्तर पर ओसामा के ठिकाने की जानकारी होने का समर्थन किया है। उनके अनुसार आईएसआई के पास विशेष 'बिन लादेन डेस्क' थी।