जबलपुर। सागर स्थित हरिसिंह गौर केन्द्रीय विवि में शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में फंसे पूर्व कुलपति एनएस गजभिये अब कंप्यूटर घोटाले में फंसते नजर आ रहे हैं। गजभिये पर आरोप है कि उन्होंने 2 करोड़ कीमत के कम्यूटर दोगुनी कीमत से ज्यादा साढ़े चार करोड़ में खरीदे थे। इतना ही नहीं कमप्यूटर बेचने वाली कंपनी को महज 3 लाख रूपए का भुगतान किया था।
इस नए फर्जीवाड़े की शिकायत सामने आने पर सीबीआई जबलपुर ने गजभिये को सोमवार तक अपने समक्ष तलब होने का नोटिस जारी किया था। सीबीआई के बुलावे पर शाम करीब 4 बजे गजभिये विजय नगर स्थित सीबीआई दफ्तर में पेश हुए जहां उनसे लंबी पूछताछ की गई। फिलहाल गजभिये को जांच में सहयोग करने के कारण वापस भेज दिया गया है। मंगलवार को एक बार फिर उनसे पूछताछ की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एक वर्ष पूर्व सागर विवि में असि. प्रोफसरों और लायब्रेरियन के पदों की भर्ती में घोटाला सामने आया था। जिसमें 2 पूर्व और 1 वर्तमान कुलपति समेत करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ सीबीआई जबलपुर ने अपराध दर्ज किया था। इस पूरे फर्जीवाड़े में एनएस गजभिये को मुख्य आरोपी बनाया गया था। करीब पांच माह तक सीबीआई को चकमा देने के बाद गजभिये को कानुपर स्थित उसके घर से पकड़ा गया था। करीब एक माह जेल काटने के बाद हाल ही में गजभिये को कोर्ट से जमानत मिली थी।