इंदौर। मप्र में व्यापमं जैसे घोटाले ने पूरे देश में हंगामा मचा रखा है। सात हजार से ज्यादा लोग जेल में हैं, लेकिन कॉलेजों में सीटें बेचने का कारोबार अभी भी जारी है। एसजीएसआईटीएस और आईएमएस जैसे विभागों में एडमिशन दिलाने के नाम पर कुछ लोग विद्यार्थियों को फोन कर रहे हैं। मैनेजमेंट कोटा के नाम पर विद्यार्थियों को एडमिशन दिलाने का दावा कर रहे हैं। इसके एवज में लाखों रूपए की डिमांड विद्यार्थियों से हो रही है।
दरअसल इन विभागों में इस तरह से एडमिशन होना असंभव है। इसके बावजूद कई विद्यार्थी इन एजेंट की बात में आकर फंस रहे हैं। इंदौर के एक पत्रकार ने जब एक विद्यार्थी से प्राप्त मोबाइल नंबर पर एजेंट से बात की तो उसने एसजीएसआईटीएस में एडमिशन करवाने के एवज में 2 लाख रूपए लेने की बात कही। इसी तरह यूनिवर्सिटी के आईएमएस व आईआईपीएस जैसे विभागों में डेढ़ लाख रूपए में एडमिशन दिलाने की बात कही जा रही है। पत्रकार के पास एजेंट से की गई बातचीत की रिकॉर्डिंग उपलब्ध है।
पिछले साल भी OLX पर दिया था ऑफर
इस तरह के फर्जी ऑफर हर साल ही विद्यार्थियों को दिए जाते हैं। कई विद्यार्थी इन लोगों के चर में आकर पैसे दे देते हैं, फिर बाद में पता चलता है कि ठगी का शिकार हो गए। दरअसल पिछले साल भी ओएलएक्स पर सीईटी की सीटें बेची गई थी। एजेंटस ने ऑफर किया था कि सीईटी के जिस विभाग में चाहो, उसमें एडमिशन करवा देंगे। ये पूरा फर्जी मामला साबित हुआ।
मैनेजमेंट कोटा है....पूरा काम वैलिड होगा
फोन करने वाले एजेंट का कहना है कि एसजीएसआईटीएस में एक विभाग के एचओडी मेरे मामा हैं, उनके पास मैनेजमेंट कोटा है। उनके कोटे से एडमिशन होगा जो पूरी तरह से वैलिड होगा। इसी तरह इस एजेंट ने देवास एक कॉलेजों में भी एडमिशन का ऑफर दिया। यहां भी मैनेजमेंट कोटा से एडमिशन की बात कही।
मैनेजमेंट कोटा जैसा कुछ होता ही नहीं
एसजीएसआईटीएस में मैनेजमेंट कोटा जैसा कुछ है ही नहीं। यहां जो भी एडमिशन होना है वो डीटीई की काउंसलिंग से ही होना है। इस बार कॉलेज लेवल काउंसलिंग भी नहीं होगी। डीटीई की काउंसलिंग में जेईई मैन्स देने वाले कैंडीडेटस ही शामिल हो सकते हैं। यहां कार्यरत एचओडी या फैकल्टी किसी को भी एडमिशन दिलाने का कोई अधिकार नहीं है।
DTE काउंसलिंग से होंगे एडमिशन
हमारे यहां डीटीई काउंसलिंग से एडमिश्न होंगे। मैनेजमेंट कोटा का कंसेप्ट तो हमारे यहां है ही नहीं। दूसरे कॉलेजों में भी ऐसा कुछ नहीं होता। इसलिए विद्यार्थियों को किसी की बात में आकर फंसना नहीं चाहिए।
सुधीर एस भदौरिया, डायरेक्टर एसजीएसआईटीएस
कोई ऑफर दे रहा है तो FIR करवाओ
यूनिवर्सिटी में एडमिशन का कोई कोटा नहीं होता। विभागों में एडमिशन सिर्फ सीईटी के जरिए ही होते हैं। यदि कोई विद्यार्थियों को इस तरह से ठगने की कोशिश कर रहा है तो उसके खिलाफ विद्यार्थी को एफआईआर करवाना चाहिए ताकि उसे सही सबक मिले।
आरडी मूसलगांवकर, रजिस्ट्रार देअविवि