रायपुर। छत्तीसगए़ में जहां मंत्री, विधायक और अधिकारी जनसेवा छोड़ करोड़ों की काली कमाई में जुटे हुए हैं, मनरेगा और गरीबों के गेंहू में घोटाले की खबरें आ रहीं हैं वहीं जेल में बंद एक हत्यारे ने अपनी करोड़ों की संपत्ति देश के लिए दान कर दी।
जेल सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर जेल में सजा काट रहे 76 वर्षीय कैदी लकाड़ू प्रसाद खांडे ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी पत्नी के नाम छह डिसिमिल में बने मकान को छोड़कर शेष संपत्ति शासन को देने के निर्णय की जानकारी दी है। कैदी की आठ बेटियां और एक बेटा है।
बेटा पढ़ाई नहीं कर सका पर सभी बेटियों को उसने पढ़ाया और एक को राजपत्रित अधिकारी बनाने में भी सफल रहा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, 1992 में गांव में हत्या के एक मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद वह तीन महीने जेल में रहा और जमानत पर रिहा हो गया। इसके बाद उसने अपनी पत्नी के साथ चारों धाम की यात्रा की।
सूत्र ने बताया कि मई महीने में हाईकोर्ट द्वारा मामले की सुनवाई पर लोवर कोर्ट के आजीवन कारावास के फैसले को यथावत रखे जाने पर इसी महीने जून के पहले हफ्ते में उसे जेल में लाया गया। कैदी लकाड़ू ने ग्राम ढनढन में आठ डिसमिल, 35 डिसमिल और 12 डिसमिल के साथ ही ग्राम विचारपुर में 15 एकड़ जमीन दान करने का फैसला किया है।
इसके अलावा रायपुर तेलीबांधा में लाखों का कीमती प्लॉट शासन को देने के लिए उसने कलेक्टर को पत्र लिखा है।