सागर। मप्र लघुवेतन कर्मचारी संघ की जिला इकाई के अध्यक्ष चूरामन रैकवार का निर्वाचन अवैध है। उनका निर्वाचन मतदान पद्धति से नहीं हुआ है। ये आरोप मप्र लघुवेतन कर्मचारी संघ के सदस्य जगदीश जारोलिया ने लगाया है। जगदीश के अनुसार रैकवार काे अध्यक्ष पद का दायित्व नहीं दिया जा सकता, लेकिन उन्होंने प्रांतीय अध्यक्ष के साथ सांठ-गांठ कर इस पद पर कब्जा कर लिया। इस मामले में सहायक रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसायटी भोपाल के समक्ष सुनवाई के लिए दिया गया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
हर दो वर्ष में वोटिंग पद्धति से चुनाव होना चाहिए
जारोलिया के अनुसार संघ के विधान में उल्लेख है कि किसी भी पदाधिकारी का कार्यकाल दो साल से ज्यादा नहीं रहेगा। कार्यकाल के समाप्त होने के तीन महीने के भीतर चुनाव हो जाना चाहिए। चूंकि चुनाव कराने का निर्णय व तैयारियां निवर्तमान अध्यक्ष की जिम्मेदारी होती है, इसलिए इस अधिकार का दुरुपयोग कर रैकवार चुनाव से बच रहे हैं।
नियमों को दरकिनार कर पिछले 5 साल से अध्यक्ष के पद पर जमे हुए हैं। संघ की सदस्यता के लिए 20 रुपए शुल्क लिया जाने का प्रावधान है लेकिन रैकवार सदस्यों से 50-50 रुपए वसूल रहे हैं। उन्होंने पिछले 5 साल में संघ के आय-व्यय का लेखा-जोखा भी पेश नहीं किया है।