डाकुओं ने पुलिस मुखबिर को बंधक बनाकर पीटा

सतना। एक ओर पुलिस डकैतों की तलाश में दिन-रात एक करने की बात करती है और दूसरी ओर बेखौफ डकैत वारदात को अंजाम देकर भाग निकलते हैं। छह लाख के इनामी डकैत स्वदेश पटेल उर्फ बलखडि़या ने साथियों के साथ मिलकर एक ग्रामीण को बंधक बनाकर बेदम पीटा है। धमकाने के बाद दस्यु गैंग जब मौके से भाग निकला तो, पीडि़त किसी तरह अपने घर पहुंचा। उसने चुप्पी साध रखी है, ताकि उसकी जान को कोई खतरा न पहुंचे।

मझगवां थाना क्षेत्र के पड़मनिया में हुई इस घटना से पुलिस भी अंजान है। ग्रामीण की पिटाई के बाद एक बात तो साफ है कि पुलिस की नजरों से बचकर दस्यु दल लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है और उप्र व मप्र, दोनों राज्यों की पुलिस डकैतों की हरकत पर अंकुश नहीं लगा पा रही। मझगवां थाना इलाके में डकैत बलखडि़या की इस हरकत के बाद पुलिस के सर्चिंग ऑपरेशन और मुखबिर तंत्र पर कई सवाल उठ रहे हैं।

मुखबिरी का संदेह
दस्यु प्रभावित इलाकों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, बलखडि़या ने मुखबिरी के संदेह में ग्रामीण को पीटा है। इसके पहले भी एेसी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। दस्यु दल अपना खौफ बढ़ाने के लिए यह तरीका अपनाता है, ताकि दस्यु प्रभावित इलाकों में रहने वाले ग्रामीण गैंग के खिलाफ आवाज न उठा सकें।

आखिर क्यों आया गैंग?
बलखडि़या गैंग पर उप्र पुलिस लगातार दबाव बना रही है। इसलिए बलखडि़या साथियों के साथ मप्र से सटे इलाकों में घूम कर दहशत का माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है। ग्रामीण की पिटाई को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को डकैतों की घेराबंदी के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि उप्र और मप्र की सीमा में रहने वाले बाशिंदे अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!