इंदौर। पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को दुनिया भर में आयोजित कार्यक्रमों के बीच मध्यप्रदेश की जेलों में बंद करीब 10,000 कैदी भी भारत की इस प्राचीन पद्धति के अलग-अलग आसनों का सामूहिक प्रदर्शन करते नजर आयेंगे। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे खूंखार कैदी भी होंगे, जो जघन्य वारदातों को अंजाम देने के कारण जेल में सजा काट रहे हैं।
जेल उप महानिरीक्षक (कानून)आरएस विजयवर्गीय ने आज बताया कि सूबे की सभी 123 जेलों में विश्व योग दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गये है। इन जेलों में बंद करीब 10,000 कैदी इस तारीख को एक साथ योग आसन करेंगे। मध्य प्रदेश की जेलों में बंद 10,000 कैदी भी करेंगे योग मध्यप्रदेश की जेलों में बंद करीब 10,000 कैदी भी भारत की इस प्राचीन पद्धति के अलग-अलग आसनों का सामूहिक प्रदर्शन करते नजर आयेंगे।
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर कैदियों को पिछले एक महीने से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे 21 जून को अच्छी तरह योग आसन कर सकें। विजयवर्गीय ने कहा कि हम जेलों में कैदियों को काफी पहले से योग का प्रशिक्षण देते आ रहे हैं। कुछ कैदी तो योग में इतने पारंगत हो गये हैं कि वे इस पद्धति के कुशल प्रशिक्षकों तक को टक्कर दे सकते हैं।
इंदौर के केंद्रीय जेल में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। जेल अधीक्षक संजय पाण्डेय ने बताया कि इस कारागार में 20 ऐसे कैदी हैं, जो अन्य साथी बंदियों को नियमित रूप से योग सिखाते हैं। लिहाजा जेल प्रशासन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के लिये कैदियों को योग का प्रशिक्षण देने में कोई कठिनाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमारे जेल में कैदी रोजाना योग करते हैं। जैल मैनुअल में इस बात का प्रावधान है कि अच्छी तरह योग करने वाले कैदियों को कारावास की सजा में कुछ दिनों की छूट दी जा सकती है।