ग्वालियर। यूपी के एक सॉल्वर के दो नाम ने एसआईटी को परेशान कर रखा था। इस सॉल्वर को जाकिर हुसैन के नाम से रीवा पुलिस पकड़ चुकी है, जबकि दूसरे नाम साबिर अली की तलाश में ग्वालियर पुलिस यूपी की खाक छान रही थी। पुलिस दो बार यूपी पहुंची तो पता चला कि यह मास्टरमाइंड दो कॉलेज से अलग-अलग नाम से डिग्री कर रहा है। ग्वालियर पुलिस इसे लेने रीवा गई है।
एसआईटी ने पिछले पांच दिन में यूपी के दो सॉल्वर नरदेव कुर्मी और रूपेंद्र को गिरफ्तार किया था। दोनों ने बताया कि उनके साथ साबिर अली ने सॉल्वर के रूप में परीक्षा दी थी। पुलिस ने साबिर अली की तलाश की तो पता चला कि इसे रीवा पुलिस पकड़ चुकी है। इसके बाद अफसरों ने अब तक पकड़े गए सॉल्वर की सूची खंगाली। इसमें साबिर अली नाम तो नहीं मिला लेकिन एक अन्य सॉल्वर रीवा में मिल गया, जिसकी शक्ल वांटेड साबिर अली से हूबहू मिल रही थी। एसआईटी ने पड़ताल की तो पता चला कि यह साबिर अली ही है, जो रीवा जेल में बंद है।
ऐसे चली एक सॉल्वर के दो नामों की कहानी
एएसपी वीरेंद्र जैन के अनुसार साबिर अली उर्फ जाकिर हुसैन बदायूं का रहने वाला है। इसने दो साल में अलग-अलग नाम से इंटर पास करने साथ फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया। 2007 में लखनऊ डेंटल कॉलेज में व 2012 में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया। इस बीच जाकिर उर्फ साबिर ने सॉल्वर के रूप में दो से तीन बार पीएमटी दी थी।
