रतलाम। रेलवे यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं शुरू करने जा रहा है। इसके तहत लोकप्रिय ट्रेनों में आरक्षण फुल होने पर उनकी “विकल्प ट्रेन” चलाई जाएंगी। आरक्षित व मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रियों को भी पेपरलेस मोबाइल टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रीमियम का नाम सुविधा ट्रेन
प्रीमियम ट्रेनों की शिकायतों को देखते हुए इनका नाम बदला जा रहा है। इन्हें अब “सुविधा ट्रेन” से जाना जाएगा। इनकी किराया पद्धति भी बदली जाएगी। अभी यह हवाई सिस्टम पर आधारित है। इसमें कई मर्तबा थर्ड एसी का किराया सेकंड एसी से ज्यादा होता है।
डुप्लीकेट ट्रेन चलेगी
लोकप्रिय ट्रेनों में भीड़ अधिक होने पर इनकी डुप्लीकेट ट्रेन चलाई जाएगी। इसे “विकल्प ट्रेन” नाम दिया जाएगा। यह ट्रेनें अधिक वेटिंग होने पर चलेंगी।
अल्टरनेट ट्रेन एकमोडेशन सिस्टम
इस व्यवस्था के तहत यात्रियों को आरक्षण पर्ची या ऑनलाइन बुकिंग के वक्त किसी दूसरी उपलब्ध ट्रेन में आरक्षण का विकल्प देना होगा। यह ऑनलाइन प्रणाली होगी, लिहाजा कंम्प्यूटर स्वतः किसी दूसरी ऐसी ट्रेन में आरक्षण कर देगा जिसमें बर्थ उपलब्ध होगी। इसकी सूचना यात्री को मोबाइल फोन पर एसएमएस से दी जाएगी।
इन प्रस्ताव पर भी काम
कुछ अन्य कदम भी रेलवे उठा रही हैं। आईआरसीटीसी वेबसाइट की बुकिंग क्षमता 2.3 लाख से बढ़ाकर तीस लाख बुकिंग रोजाना करने के लिए अतिरिक्त सर्वर लगाए जा रहे हैं। रिफंड व्यवस्था भी ऑनलाइन की जा रही है। जल्द ही रेलवे की ओर से 50 फीसदी राशि तुरंत वापस होने लगेगी। जबकि शेष पचास फीसदी राशि की भी शीघ्र वापसी के इंतजाम बैंकों से किया जाएगा। स्टेशनों पर लगने वाले चार्ट डिजिटल किए जा रहे हैं।
पेपरलेस टिकट
जीपीएस आधारित व्यवस्था अनारक्षित व उपनगरीय ट्रेनों में उपलब्ध है। शीघ्र ही मासिक सीजन टिकटों (एमएसटी) पर भी लागू किया जाएगा। इसे आरक्षित व मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में लागू करने का प्रस्ताव है। शुरुआत राजधानी, शताब्दी व दुरंतो से होगी।
बहुभाषी पोर्टल
अभी आईआरसीटीसी का पोर्टल अंग्रेजी में है। इसे बहुभाषी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। एक माह में शुरुआत हिंदी वेबसाइट से होगी। टिकट का ब्योरा भी हिंदी व क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। अभी टिकट पर केवल अंग्रेजी और हिंदी में ब्योरा दर्ज होता है।
