अमित शर्मा/झाबुआ। तमाम प्रचार प्रयासों के बावजूद मोदी की बीमा योजनाओं के प्रति लोगों का रुझान कम ही दिखाई दे रहा है। झाबुआ के 13 प्रमुख बैंकों की हालत यह है कि वो अपने टारगेट का 20 प्रतिशत भी अचीव नहीं कर पाए। गुस्साई कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता ने सभी बैंक प्रतिनिधियों को नोटिस थमा दिया।
बैंक वार प्रोग्रेस
उक्त दोनो बीमा योजनाओ में बैंक आॅफ बडौदा 13 प्रतिशत, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया 13 प्रतिशत, बैंक आॅफ इण्डिया झाबुआ 11, पंजाब नेशनल बैंक 16, सेन्ट्रल बैंक आॅफ इंण्डिया 18, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया 14, विजया बैंक 06, बैंक आॅफ महाराष्ट्रा 05, केनेरा बैंक 06, यूको बैंक झाबुआ 07, यूको बैंक मेघनगर 06 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 02, एक्सिस बैंक 02, आईडीबीआई बैंक 11, नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक ने 07 प्रतिशत प्रगति की है। जिले में उक्त बीमा योजनाओं में आज 15 जून तक औसत 13 प्रतिशत टारगेट बैंको द्वारा पूरा किया गया है। इसी कारण कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने बैंक प्रतिनिधियों को सूचना पत्र जारी किये।
अब क्या होगा
सवाल यह है कि इस नोटिस का क्या होगा। यदि इस नोटिस के बाद भी बैंकों ने मोदी की बीमा योजनाएं नहीं बेचीं तो क्या कार्रवाई की जाएगी बैंक प्रतिनिधियों के खिलाफ। अब सरकार कोई प्राइवेट लिमिटेड तो है नहीं और बैंक उनके सेल्स एक्जीक्यूटिव भी नहीं। यदि लोग नहीं आएंगे तो बैंक कैसे किसी को जबरन योजनाएं बेच सकते हैं।