भोपाल। शराब की दुकान का नाम आते ही समझ आ जाता है कि एक ऐसा स्थान जहां लोग शराब पी रहे हैं, शोर हो रहा है ओर तेज दुर्गंध भी आ रही है परंतु भोपाल के सुभाष नगर स्थित अंग्रेजी शराब के एक अहाता में आज नजारा कुछ और ही था। यहां साफ सफाई थी, शोर नहीं था, शराब भी नहीं थी। अगरबत्ती की खुशबू आ रही थी और सुंदरकांड का पाठ चल रहा था।
हर साल होता है सुंदरकांड पाठ
शराब दुकान के संचालक ने बताया कि अहाते में हर साल सुंदरकांड का पाठ होता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या शराब की दुकान में सुंदरकांड करवाने में अजीब नहीं लगता? उन्होंने कहा कि भगवान का नाम कहीं भी ले सकते हैं। हनुमानजी सबके हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शराब की दुकान में सुंदरकांड पाठ चल रहा है या कपड़े की दुकान में।
दोनों ही बिजनेस हैं।
सुंदरकांड खत्म छलके जाम..
संचालक ने बताया कि सुंदरकांड पाठ खत्म होने के बाद अहाता शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हम हर साल इस तरह सुंदरकांड करवाते हैं।