इंदौर। देर रात तक चलने वाली पार्टी, फास्ट म्यूजिक पर थिरकते कदम, खूबसूरत लाइट्स के इफेक्ट्स और पल-पल बदलता ट्रैक। कभी बॉलीवुड नंबर्स तो कभी हॉलीवुड म्यूजिक, कभी बीट्स का कॉम्बीनेशन तो कभी भांगड़ा की मस्ती। डीजे के प्रति अब इंदौरियंस की सोच बदलने लगी है। यह बदलाव डीजे पार्टी आयोजित करने में ही नहीं दिख रहा, बल्कि इसे करियर के रूप में चुनने वालों की सोच में दिख रहा है। अभी तक जहां केवल लड़के ही डीजे बनना पसंद कर रहे थे वहीं शहर की लड़कियां भी डीजे बनकर नेम और फेम कमा रही हैं।
फीमेल डीजे का है चार्म
डीजे पूजा खंडेलवाल के लिए यह पैशन है। इसे करियर के रूप में चुनने की बात पर वे कहती हैं उन्हें संगीत में रुचि और कुछ अलग करने की ख्वाहिश शुरू से थी इसलिए इस क्षेत्र को चुना। डीजे के क्षेत्र में फीमेल बहुत कम होती हैं और जब भी किसी पार्टी में फीमेल डीजे होती है तो पार्टी का चार्म और भी बढ़ जाता है। पहचान बनाने में वक्त जरूर लगता है, पर पहचान उसी की बनती है जिसकी छवि साफ और परफॉर्मेंस दमदार हो।
सम्मान, संतुष्टि और पैसा
डीजे सिम चौधरी इस क्षेत्र में इसलिए आई क्योंकि उनका मानना है कि इसमें चुनौती भी है और कुछ अलग करने की जगह भी। चुनौती इस बात की है कि आज भी हमारे शहर में लोग इस बात को आसानी से नहीं स्वीकारते की लड़की डीजे बनकर बेहतर काम कर सकती है, जबकि इसमें सम्मान, संबंध, पैसा और संतुष्टि सब है, पर यह सब पाने में थोड़ा वक्त लगता है। डीजे बनने के लिए सही ट्रेनिंग लेना फायदेमंद है।
बनाना है इस क्षेत्र में करियर
ईशानी उपाध्याय भी डीजे की ट्रेनिंग ले रही हैं। 11वीं क्लास की ईशानी को संगीत पसंद है। ईशानी का मानना है कि हर क्षेत्र में अच्छाई और बुराई दोनों है। हम उसे जैसा देखते हैं जैसा अपनाते हैं परिणाम वही मिलता है।
उनमें स्पर्धा भी है कम
इंस्ट्रक्टर डीवीजे विक्की बताते हैं शहर में यह ट्रैंड पिछले करीब तीन साल से ही शुरू हुआ। अब इस क्षेत्र में आने के लिए लड़कियां भी खासी रुचि लेने लगी हैं। हालांकि अभी लड़कियां कम हैं इसलिए उनके बीच स्पर्धा भी कम होती है। डीजे के कोर्स 2 से 4 माह के होते हैं लेकिन कोर्स के बाद प्रोग्राम मिलने से प्रैक्टिकल नॉलेज ज्यादा बेहतर मिल पाता है।
हॉबी और करियर दोनों पूरे
इंस्ट्रक्टर डीजे अभिमन्यु टंडन बताते हैं डीजे बनने के लिए हर माह करीब 5 से 7 लड़कियां जानकारी लेने आती हैं जिनमें से 3 से 4 लड़कियां ये कोर्स करती हैं। इसमें लड़कियां इसलिए भी करियर बनाना चाहती हैं क्योंकि ये उनकी हॉबी भी है और डीजे पार्टी रात को होने के कारण दिन में वे अन्य प्रोफेशनल वर्क भी कर पाती हैं। जहां तक बात सुरक्षा की है तो वे कंसोल के पीछे प्ले करती हैं और उनके आसपास सुरक्षागार्ड होते हैं। इसलिए उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आती। ये कोर्स 15 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक के होते हैं।
ये हैं कोर्स
* क्रेश कोर्सः यह कोर्स 10 दिन का होता है।
* प्रोफेशनल कोर्सः यह कोर्स 2 माह का होता है।
* एडवांस कोर्सः इस कोर्स की अवधि करीब 6 माह होती है।
* म्यूजिक प्रोडक्शनः यह कोर्स 2 से 6 माह में पूरा हो जाता है।
इस तरह तय होता पैकेज
* एक पार्टी में न्यूकमर फीमेल डीजे को 8 से 15 हजार रुपए मिलते हैं।
* नामी फिमेल डीजे एक पार्टी में ट्रेक प्ले करने के लिए 1लाख रुपए तक चार्ज करती हैं।
* न्यूकमर फीमेल डीजे यदि बेहतर परफॉर्म करती है तो वे 10 से 20 हजार रुपए लेती हैं।