भोपाल। तकनीकी शिक्षा विभाग ने प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग में शामिल हाे रहे छात्रों को ऐसे प्राइवेट कॉलेजों में जांच परख कर ही प्रवेश लेने की सलाह दी है, जो फीस में छूट का प्रलोभन दे रहे हैं। साथ ही छात्रों को दलालों और कमीशन एजेंट्स के भी झांसे में नहीं आने की और ओरिजनल मार्कशीट किसी को नहीं देने की सलाह दी है।
पिछले दिनों विभाग को भोपाल के ही एक बड़े कॉलेज के खिलाफ पचास प्रतिशत तक फीस में छूट देने का विज्ञापन प्रसारित करने की शिकायत मिली थी।
विभाग ने प्रोफेशनल कोर्सेस में एडमिशन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इंजीनियरिंग के लिए काउंसलिंग इसी महीने के तीसरे हफ्ते से शुरू होनी है। काउंसलिंग के पहले दलालों और कमीशन एजेंट्स के सक्रिय होने की चर्चाओं के चलते विभाग ने छात्रों और पेरेंट्स को सतर्कता बरतने को कहा है।
संचालक तकनीकी शिक्षा व काउंसलिंग समिति के अध्यक्ष आशीष डोंगरे के अनुसार कई बार छात्र दलालों और कमीशन एजेंट्स के चक्कर में आकर अपने मूल दस्तावेज व फीस की राशि उन्हें सौंप देते हैं। बाद में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
किसी भी जानकारी के लिए हेल्पलाइन सेंटर जाएं
छात्रों को परेशानियों से बचाने के लिए उन्हें कॉलेजों में सीधे एडमिशन की भ्रामक खबरों से सावधान रहने की हिदायत दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में संचालित प्रोफेशनल कोर्सेस में ऑनलाइन काउंसलिंग से एडमिशन दिया जाता है। छात्र इसके लिए अधिकृत हेल्प सेंटर्स से जानकारी ले सकते हैं। डोंगरे ने कॉलेजों की फीस से संबंधित जानकारी प्रवेश एवं शुल्क निर्धारण समिति के पोर्टल से लेने को कहा है। साथ ही एडमिशन के दौरान कॉलेजों में मूल दस्तावेजों के बजाए केवल इनकी फोटोकॉपी ही जमा करने की सलाह दी है।
