होशंगाबाद। बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर प्रकाश झा पर 50 हजार रुपए चोरी का आरोप है। यह आरोप नगरपालिका होशंगाबाद ने लगाया और गंगाजल-2 की शूटिंग रोक दी गई। नपा का कहना है कि पिछली बार प्रकाश झा शूटिंग करके बिना नपा शुल्क चुकाए ही चुपके से निकल गए। होशंगाबाद के नागरिकों को यह भी आरोप है कि प्रकाश झा शूटिंग नर्मदाजी के घाट पर करते हैं और फिल्मों में इसे गंगानदी के रूप में दिखाया जाता है।
बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर प्रकाश झा पर 50 हजार रुपए बकाए का दावा होशंगाबाद नगर पालिका ने किया है। झा फिल्म ‘गंगाजल-2’ की शूटिंग के लिए जब मंगलवार को होशंगाबाद के सेठानी घाट पहुंचे तो वहां बकाया शुल्क न चुकाने को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि शूटिंग की तैयारियां करीब एक घंटे तक रोकना पड़ा। नगर पालिका के एक अफसर ने आरोप लगाया कि शूटिंग से घाट गंदा हो जाता है और इसकी सफाई भी नहीं कराई जाती।
ऐसे हुआ विवाद
मंगलवार को झा यूनिट के साथ सेठानी घाट पर महा आरती का दृश्य फिल्माने पहुंचे। शूट की तैयारियां चल ही रही थीं कि नगर पालिका के सभापति (राजस्व) अजय रतनानी अपने अमले के साथ वहां पहुंचे। रतनानी ने कहा कि झा पर सेठानी घाट की साफ-सफाई का 50 हजार रुपए बकाया हैं। बातचीत के दौरान रतनानी और झा के सहयोगियों के बीच बहस हो गई। बात इतनी बढ़ी कि शूटिंग की तैयारियां ही बंद करनी पड़ीं।
कलेक्टर ने दिया दखल
मामले की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर विश्वास भौंडवे ने तहसीलदार अतुल सिंह और एसडीएम रितु चौहान को भेजा। चूंकि, कलेक्टर ने शूटिंग के लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लेने की बात कही थी, इसलिए मामला और तूल पकड़ गया।
गंगा के नाम पर नर्मदा दिखाने से भी खफा
अजय रतनानी का आरोप है कि वे नगर पालिका अध्यक्ष के कहने पर पुराना शुल्क वसूलने आए थे। उनके अनुसार अपनी पिछली फिल्म की शूटिंग के दौरान झा की प्रोडक्शन टीम घाट पर गंदगी छोड़ गई थी। रतनानी का आरोप है कि प्रकाश झा अपनी फिल्मों में दिखाते तो नर्मदा नदी हैं, लेकिन उसे नाम गंगा का दे दिया जाता है। गंगाजल-2 में भी सेठानी घाट पर महा आरती का दृश्य फिल्माया जा रहा है, लेकिन उसे काशी की गंगा के रूप में पर्दे पर दिखाया जाएगा। इस फिल्म में प्रकाश झा भी एक कैरेक्टर प्ले कर रहे हैं।