भोपाल। प्रदेश में निजी मेडिकल कॉलेज की मैनेजमेंट कोटे की सीट से लेकर व्यापमं घोटाले में चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की लापरवाही उजागर होने के बाद अब राज्य सरकार इसका नियंत्रण आईएएस अफसर के हाथ में सौंपने जा रही है। इसके लिए संचालनालय में आयुक्त का नया पद बनाया जा रहा है। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि व्यापमं घोटाला उजागर होने के बाद से ही चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में आयुक्त का पद निर्मित कर आईएएस की पदस्थापना करने की तैयारी थी, लेकिन संचालनालय के अधिकारियों के विरोध के चलते मामला अटक रहा था। अब नए सिरे से कवायद शुरू की गई है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सरकार के वर्तमान में 6 मेडिकल कॉलेज हैं, वहीं 7 नए मेडिकल कॉलेज आने वाले समय में खुलने वाले हैं। ऐसे में इन सभी कॉलेजों में प्रशासनिक नियंत्रण के लिए आईएएस अफसर को पदस्थ किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के अनुसार संचालक के पास केवल तकनीकी कामों के अधिकार रहेंगे। इसके अतिरिक्त सारे अधिकार आयुक्त को दिए जाएंगे।