भोपाल। व्यापमं की परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा-2012 में हुए घोटाले में शनिवार को गिरफ्तार ज्वाइंट आईजी स्टांप इंद्रजीत कुमार जैन को रविवार को शोभना मीणा की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 12 मई तक एसटीएफ को रिमांड पर सौंप दिया।
जैन पर एक उम्मीदवार को परीक्षा में पास कराने का आरोप है। इसके लिए उन्होंने साढ़े तीन लाख रुपए लिए थे। एसटीएफ ने कोर्ट को बताया कि जैन को रिमांड पर लेकर उनसे रुपयों की जब्ती की जानी है। इसके अलावा उनसे पूछा जाना है कि उन्होंने किसके जरिए मनोज को पास कराया था।
जैन को शनिवार को विधानसभा भवन के सामने शास्त्री कॉम्प्लेक्स स्थित महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक कार्यालय से गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के मुताबिक उन पर एक उम्मीदवार मनोज कौल को पास कराने का आरोप है। मनोज की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। उसने एसटीएफ को दिए बयान में ज्वाइंट आईजी स्टांप इंद्रजीत कुमार जैन का नाम बताया था। मूलतः टीकमगढ़ निवासी जैन कुछ दिन पहले ही डीआईजी स्टांप के पद से ज्वाइंट आईजी स्टांप के पद पर प्रमोट हुए थे।