भोपाल। मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री एक तरफ धूमधाम के साथ लोक लुभावन योजनाएं बनाते हैं तो दूसरी ओर चुपके से टैक्स बढ़ा देते हैं। हालात यह हो गए हैं कि मध्यप्रदेश देश के सबसे मंहगे प्रदेशों की सूची में शामिल हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। लोकसभा में जीएसटी बिल पास हो गया है। इसके तहत 20 अलग अलग तरह के टैक्स का रेट अब एक जैसा हो जाएगा।
1. रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं जैसे कि मोबाइल हैंडसेट, कार, सिगरेट, शराब, आदि गुड्स में शामिल हैं।
2. सर्विसिज़ यानि टेलीकॉम, बुकिंग सेवाएं जिसके लिए 14 फीसद टैक्स देना होता है।
3. फिलहाल भारत में गुड्स और सर्विसिज़ के लिए अदा किए जाने वाले टैक्स की दर अलग अलग हैं।
4. सर्विसिज़ के लिए टैक्स की दर 14 फ़ीसदी है जबकि गुड्स के लिए टैक्स की दर अलग अलग है।
5. जीएसटी का मतलब गुड्स एंड सर्विसिज़ के लिए टैक्स रेट एक होगा।
6. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बिल के पास हो जाने से टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन आसान होगा.
7. भारत में 20 तरह के टैक्स लगते हैं और जब एक टैक्स इन सबकी जगह ले लेगा, और वो होगा जीएसटी।