इंदौर। जिन सरकारी स्कूलों में टायलेट की कमी है, जल्दी ही उनमें शिक्षा विभाग और दूसरी संस्थाओं की मदद से पोर्टेबल टायलेट रखे जाएंगे। इसकी शुरूआत जिले के छह सरकारी स्कूलों से की गई है। इन टायलेट के लिए स्कूलों से कोई भी राशि नहीं ली गई है।
विभाग ने सभी स्कूलों से पूछा था कि छात्रों की संख्या के चलते उनके स्कूलों में टायलेट की कमी है तो उसकी सूचना दें। स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से उन्हें ये उपलब्ध कराए जाएंगे। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक आरएमएसए नरेंद्र जैन ने बताया कि पोर्टेबल टायलेट रखने की शुरुआत छह स्कूलों से की गई है, जहां इन्हें समाजसेवी संतोष मुछाल ने उपलब्ध करवाया है। जैन ने बताया कि पोर्टेबल टायलेट के लिए हमने जिले के सभी स्कूलों से पूछा था। छह स्कूलों से टायलेट की मांग आई थी। जहां ये टायलेट लगाए गए हैं, वे स्कूल हैं- कन्या उमावि सांवेर, स्वामी विवेकानंद स्कूल इंदौर, हाईस्कूल मूसाखेड़ी, हाईस्कूल संगम नगर, उमावि धन्नाड़ और उमावि अजनोद।
