कलेक्टर ने लिखा: निरस्त करो परीक्षा, पूरा कॉलेज नकल कर रहा था

भिंड। शासकीय एमजेएस कॉलेज में बीएचएमएस परीक्षा के दौरान एसडीएम बीबी अग्निहोत्री द्वारा सामूहिक नकल पकड़े जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को कलेक्टर मधुकर आग्नेय ने एसडीएम के जांच प्रतिवेदन पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर परीक्षा निरस्त करने की अनुशंसा की है। साथ ही, इसमें प्राचार्य समेत दूसरे स्टाफ की संलिप्तता बताई है। वहीं, दूसरी ओर इस मामले में कॉलेज प्राचार्य डॉ. मंजू अवस्थी का कहना है कि यह कार्रवाई द्वेषवश की जा रही है। मामले की जांच कराई जाए, मैं तैयार हूं।

मालूम हो, कि एमजेएस कॉलेज में 5 मई को सुबह 9 बजे बीएचएमएस फस्ट व थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा का एसडीएम बीबी अग्निहोत्री ने आकस्मिक निरीक्षण किया। उनको सभी कमरों में सामूहिक नकल होती मिली। साथ ही, हर परीक्षार्थी के पास गाइडें मिलीं, जिनसे वे नकल कर रहे थे। एसडीएम ने मौके पर 10 नकल प्रकरण तैयार किए थे और सामूहिक नकल का केश भी बनाया। इस निरीक्षण का जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा गया। खास बात यह है कि छात्र-छात्राआें ने प्राचार्य को शिकायती आवेदन देकर एसडीएम पर रुपए मांगने का आरोप भी लगाया था।

उच्च शिक्षा आयुक्त को लिखा जा रहा है
एसडीएम का जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद परीक्षा में सामूहिक नकल को देखते हुए रजिस्ट्रार जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर को उक्त परीक्षा निरस्त किए जाने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा प्रथम दृष्टया केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक एवं संस्था के प्राचार्य की संलिप्तता पाई गई है। कार्रवाई के लिए उच्च शिक्षा आयुक्त को लिखा जा रहा है। मधुकर आग्नेय, कलेक्टर भिंड

प्राचार्य, केंद्राध्यक्ष व पर्यवेक्षकों की मिलीभगत से हो रही थी नकल
एसडीएम बीबी अग्निहोत्री ने अपने प्रतिवेदन में उल्लेख किया कि जिस तरह से नकल चल रही थी, उससे स्पष्ट हो रहा है कि इसमें डयूटी पर तैनात केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक व कॉलेज की प्राचार्य की मिलीभगत रही है। इसलिए इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। इधर, कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मंजू अवस्थी ने भी एसडीएम के खिलाफ कलेक्टर व दूसरे अधिकारियों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने साथ के लोगों को नियम विरुद्ध तरीके से परीक्षा कक्ष में लेकर आए हैं। इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।

द्वेषवश यह कार्रवाई की जा रही है
एसडीएम अपने साथ दूसरे कर्मचारियों को लेकर आए और वे परीक्षा कक्षों में गए, जो कि नियम विरुद्ध है। इस मामले में मैंने कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा है। इस बारे में उनको पता चल गया होगा, जिस कारण द्वेषवश यह कार्रवाई की जा रही है। मामले की जांच करा ली जाए, हम तैयार हैं।
डॉ. मंजू अवस्थी, प्राचार्य एमजेएस कॉलेज भिंड

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