नईदिल्ली। भारत की राजनीति में अब पार्टियों के नाम उनके शार्टफार्म को ध्यान में रखकर रखे जाने लगे हैं। पार्टी का पूरा नाम क्या होगा इससे कहीं ज्यादा उसके संस्थापक इस बात का ध्यान रखने लगे हैं कि उसका शार्टफार्म क्या होगा। केजरीवाल की 'आप' के बाद अब मांझी की 'हम' भी मैदान में आ गई है। बस मैं, तू और तुम शेष रह गईं हैं, देखते हैं आरजेडी से निकाले गए पप्पू यादव क्या बनाते हैं।
हिंदुस्तान आवामी मोरचा’ (हम) अब राजनीतिक दल के रूप में जाना जायेगा और इसके प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री शुकनी चौधरी होंगे. इसका औपचारिक एलान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने किया. 01, अणो मार्ग में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में की.
कहा, ‘हम’ अब मोरचा न होकर एक राजनीतिक पार्टी होगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना नंबर एक दुश्मन बताते हुए मांझी ने कहा कि 11-12 मई को हम के राजनीतिक दल के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग में आवेदन करेंगे. जब तक चुनाव आयोग से इसकी मान्यता नहीं मिलती है, तब तक यह मोरचा के रूप में काम करता रहेगा. मांझी ने कहा कि ‘हम’ पार्टी का झंडा तय कर दिया है.
हरा-सफेद-हरा रंग का झंडा होगा. उसमें बीच में अशोक चक्र में हम लिखा होगा. उन्होंने कहा कि हम का प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी को बनाया गया है, जबकि कई पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व मंत्री समेत कमेटी में कुल 106 सदस्य हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कमेटी के आठ-आठ लोगों को विधानसभा क्षेत्रवार होनेवाले सम्मेलन की तैयारी और जिला स्तर पर कमेटी तैयार करने के लिए जिलों में भेजा जा रहा है. सम्मेलन के बाद पार्टी को एक्सपेंड किया जायेगा.
जिला स्तर पर, विधानसभा क्षेत्र स्तर पर हम की कमेटी बनेगी और उन्हीं की अनुशंसा पर विधानसभा में टिकट दिया जायेगा. सभी 243 सीटों पर हम अपने उम्मीदवार उतारेगी. चर्चा में भाजपा, रालोसपा व कांग्रेस के साथ गंठबंधन की बात आयी, लेकिन निर्णय लिया गया कि चुनाव अकेले दम पर लड़ना है. कमेटी में उनके गुट के विधायक-विधान पार्षदों को जगह नहीं दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से नाम नहीं दिया गया है. इसका यह कतई मतलब नहीं है कि वे हमारे साथ नहीं है.
जीतन राम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके राजनीतिक रूप से नंबर वन दुश्मन हैं. नीतीश कुमार जिस पार्टी के साथ गंठबंधन करेंगे, उससे हम का कोई समझौता नहीं होगा. जहां तक कांग्रेस से गंठबंधन का सवाल है, तो वह अगर जदयू-राजद से अलग होती है, तो वह विचार कर सकते हैं.
पप्पू यादव के हम में शामिल होने के सवाल पर मांझी ने कहा कि अगर वह हम में शामिल होना चाहते हैं,तो उनका स्वागत करेंगे. उनका आधार कोसी अंचल में है. इससे हमें फायदा मिलेगा, लेकिन इसके लिए हम उनसे अनुरोध नहीं करेगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने विधान परिषद के चुनाव पर कहा कि वे लोग भी अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं.
अभी तक पांच-छह लोग उनके संपर्क में हैं और कुछ लोग आयेंगे तो हम की ओर से उन्हें चुनाव में उतारा जायेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में हम के प्रांतीय अध्यक्ष शकुनी चौधरी, पूर्व मंत्री नीतीश मिश्र व पूर्व मंत्री अनिल कुमार मौजूद थे.