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| खंबे पर जा लटकी टपरा दुकान |
जबलपुर। 47 किलोमीटर की रफ्तार से आए तूफान ने शहर को तहस-नहस कर दिया। आधा घंटे में ही दर्जनों पेड़ और 200 से ज्यादा बैनर-होर्डिंग्स स्ट्रक्चर के साथ जमीन पर आ गए। कई मकानों की दीवारें गिरीं तो कई की दरक गईं। आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। बिजली के तारों पर पेड़ और होर्डिंग्स-बैनर गिरने से शहर के अधिकांश इलाकों में घंटों ब्लैकआउट रहा।
आंधी-तूफान के दौरान बस्तियों में दहशत का मंजर दिखा। हवा की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर खड़े वाहनों से लेकर छतों पर खड़े टावर तक धराशायी हो गए। सबसे ज्यादा नुकसान सदर क्षेत्र में हुआ है। यहां सड़कों पर खड़े दर्जनों टपरे पलट गए। पेंटीनाका के पास स्थित सेंट जोसफ स्कूल का छप्पर उड़ गया। निर्माणाधीन तीन मंजिला मकान की दीवार उससे लगे मकान पर गिरी जिससे पूरी गृहस्थी का सामान नष्ट हो गया।
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| चकनाचूर हो गया आॅटो |
यहां लगा जाम
गोराबाजार में पीपल का भारी-भरकम पेड़ गिरने से करीब 4 घंटे जाम लगा रहा
शास्त्रीब्रिज के समीप दवा मार्केट का होर्डिंग सड़क पर गिरने से आधा घंटा जाम रहा
आगा चौक से कर्बला रोड पेड़ गिरने से एक घंटे बंद रही
मदनमहल अंडरब्रिज के पास भी पेड़ गिरने से जाम लगा रहा
शारदाचौक से शारदा मंदिर रोड पर भी पेड़ गिरे जिससे रास्ता बंद हो गया था
यहां भी गिरे पेड़
नागरथ चौक, पॉलीटेक्निक कॉलेज, मार्बल सिटी अस्पताल के समीप, अग्रवाल कॉलोनी, सर्किट हाउस नंबर 1, खालसा स्कूल चौथा पुल, शारदा टॉकीज के पीछे, आगाचौक मेट्रो स्टैण्ड के पीछे, विवेकानंद वार्ड में हनुमानमंदिर के पास, विजयनगर अहिंसा चौक, लेबर चौक जयनगर रोड
नुक्सान का आंकलन करने में लगेगा एक सप्ताह
इस आंधी तूफान में कितना नुक्सान हुआ है, इसका आंकलन करने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा। लोग फिलहाल यह जानकारियां जमा कर रहे हैं कि इस तूफान के बाद क्या क्या सुरक्षित रह गया जो उपयोग किया जा सकता है।

