पढ़िए बंद कमरे में क्या हुआ महिला IAS और DM के बीच, जो बवाल मच गया

लखनऊ। यूपी के एक डीएम का दिल साथी महिला आईएएस अधिकारी पर आ गया लेकिन मामला तब बिगड़ गया, जब महिला ने डीएम साहब के इरादों को भांप लिया और उन्हें खरी खोटी सुनाई। बंद कमरे में हुए इस वाकये की चर्चा अब पूरे विभाग में हो रही है। महिला ने नियुक्ति विभाग से डीएम के इस आपत्तिजनक व्यवहार की शिकायत भी कर दी है।

मामला पूर्वांचल के एक बड़े जिले का है। बताया जा रहा है कि यहां तैनात डीएम बंगाल कैडर की महिला आईएएस अफसर पर कुछ इस कदर फिदा हुए कि उन्‍हें महिला के शादीशुदा होने और अपने पद की गरिमा का भी ध्‍यान नहीं रहा। हाल ही में महिला अफसर को यूपी कैडर में पूर्वांचल के बड़े शहर में नियुक्ति मिली थी।

ऑफिस में बुलाकर किया इजहार-ए-इश्क
नियुक्ति विभाग के सूत्रों की मानें तो डीएम ने काम के बहाने महिला को अपने ऑफिस बुलाया। इस दौरान उन्‍होंने अपने दिल की बात कह डाली। इस पर महिला अधिकारी नाराज हुईं और अपनी शादीशुदा जिंदगी का हवाला भी दिया। हालांकि, इस घटना ने महिला अधिकारी को हिला दिया था, लेकिन अपना सीनियर समझ कर उन्होंने मामले को भूलने में ही भलाई समझी। लेकिन इसके बाद डीएम ने नाराजगी में महिला को शहर से हटाकर ग्रामीण इलाके में तबादला कर दिया।

छुट्टी पर गई महिला अधिकारी
डीएम ने नाराजगी में तबादला तो कर दिया, लेकिन महिला अफसर अब झुकने को तैयार नहीं थी। ऐसे में वह तुरंत छुट्टी पर चली गईं और नियुक्ति विभाग को पत्र लिख कर डीएम की पोल खोल दी। पत्र में यह लिखा गया है कि कैसे नाराजगी में उनका तबादला किया गया।

विभाग कुछ भी बोलने को नहीं है तैयार
नियुक्ति विभाग अब इस मामले को दबाने में जुट गया है। इस विभाग कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलना नहीं चाह रहा है। सूत्रों के मुताबिक महिला अधिकारी के इस पत्र को देखते हुए अब डीएम पर कारवाई करने की तैयारी की जा रही है। मामला खुलने के बाद डीएम समर्थकों का कहना है कि महिला अधिकारी का तबादला ग्रामीण इलाके में किया गया था, इसलिए गुस्‍से में शिकायत की गई है।

डीएम भी छुट्टी पर गए
डीएम को जब शिकायत पत्र की सूचना मिली, तो वे भी छुट्टी पर चले गए। अभी फिलहाल जिले का चार्ज सीडीओ के पास है। मामले को लेकर आईएएस एसपी सिंह ने बताया कि जिस तरह से डीएम का व्यवहार अपने महिला साथी के साथ रहा है, वह माफी के लायक नहीं है। कलेक्टर कुर्सी पर बैठकर जनता हित की बात करते हैं, महिलाओं को अधिकार दिलाने का काम करते हैं। ऐसे में कलेक्टर खुद महिलाओं से छेड़छाड़ करें तो उसके लिए कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

अमिताभ ठाकुर ने की निंदा
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर का कहना है कि यदि महिला अधिकारी ने आरोप लगाए हैं तो तत्काल उसकी जांच होनी चाहिए। दोषी कलेक्टर के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होगा, तो ब्यूरोक्रेसी में छिपे ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ेगा।


If you have any question, do a Google search

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!