नई दिल्ली। उत्तराखंड के मसूरी स्थित देश के सर्वोच्च आईएएस प्रशिक्षण संस्थान लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के सिस्टम में सेंध से जुड़ा एक मामला सामने आया है। खुलासा हुआ है कि एक महिला अकादमी की सुरक्षा को धता बताते हुए फर्जी आईडी और कागजात के आधार पर यहां सात महीने तक प्रशिक्षु आईएएस के तौर पर रही। मामले उस वक्त सामने आया, जब महिला कुछ दिनों पहले अचानक यहां से गायब हो गई।
खबर के मुताबिक, रूबी चौधरी पुत्री सत्यवीर सिंह निवासी ग्राम कुटबा जिला मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) अकादमी में रह रही थी। आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेज बनाकर स्वयं को प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी बताते हुए सितंबर-2014 में अकादमी में प्रवेश लिया था। 27 मार्च 2015 को यह महिला अचानक से गायब हो गई। उसके गायब होने के बाद जब उसके कमरे की तलाशी ली गई तो, वहां प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान (एटीआई) नैनीताल की तरफ से जारी एक पहचान पत्र मिला, जिसमें रूबी को एसडीएम दिखाया गया है।
अकादमी की रेकी करने आई महिला?
बतौर प्रशिक्षु आईएएस महिला अकादमी के मुख्य स्थानों पर खुलेआम घूमती रहती थी और उस पर किसी तरह की कोई रोकटोक नहीं थी। मामले को अकादमी की रेकी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इस घटना को लेकर अकादमी की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया है कि रूबी चौधरी नाम की यह संदिग्ध महिला देवी सिंह नाम के सुरक्षा गार्ड के क्वार्टर में और कभी लाइब्रेरी में रहती थी। अकादमी की तरफ से पुलिस में महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस अधिकारी एचएच भंडारी के मुताबिक, मंगलवार को अकादमी के सुरक्षा अधिकारी सत्यवीर सिंह ने इस मामले में मसूरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस संदिग्ध महिला की तलाश में जुट गई हैं।