चंडीगढ़। हरियाणा के आईएएस अधिकारी एस.एन. राय के यौन उत्पीडऩ मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया जब आईएएस अधिकारी ने महिला पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ के आईजी को एक शिकायत दी। इसी दौरान हरियाणा सरकार ने एस.एन. राय से कार्यभार वापस ले लिया है।
इससे पहले पीडि़त महिला ने एसआईटी के समक्ष पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाए थे। इसी दौरान विवादित आईएएस अधिकारी एसएन राय ने चंडीगढ़ के आई जी के समक्ष पेश होकर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ शिकायत दी। इस शिकायत में उन्होंने महिला पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया।
दस करोड़ रुपए की मांग
एसएन राय ने कहा कि उक्त महिला ने उनके व्यवहार और पद का गलत इस्तेमाल किया है। उक्त महिला ने उन्हें ब्लैकमेल करते हुए संपत्ति में नाम लगवाने अथवा दस करोड़ रुपए दिए जाने की मांग की थी। यह मांग पूरी न किए जाने पर महिला ने उन्हें इस झूठे केस में फंसा दिया।
एस.एन.राय की शिकायत के बाद मामला पूरी तरह से बदल गया है। जिसके चलते आई.जी. ने यह शिकायत भी जांच के लिए चंडीगढ़ के एस.एस.पी. के माध्यम से एस.आई.टी को रैफर कर दी है। इस बारे में संपर्क करने पर एस.एस.पी. सुखचैन सिंह गिल ने स्वीकार किया कि आई.जी. के माध्यम ये आई.ए.एस. अधिकारी की शिकायत भी उनके पास आ चुकी है।
जांच SIT के माध्यम से
दोनों शिकायतों को आपस में जोड़ दिया गया है। अब इस शिकायत की जांच भी एसआईटी के माध्यम से ही की जाएगी। दूसरी तरफ हरियाणा सरकार ने आज एक अहम फैसला लेते हुए बीती 14 अप्रैल से अवकाश पर चल रहे एस.एन.राय से उनका कार्यभार वापस ले लिया है। इस विवाद से पहले राय स्थानीय निकाय विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात थे। सरकार ने अब उनके स्थान पशुपालन एवं डेरी तथा मत्स्य विभाग के प्रधान सचिव महावीर सिंह को उनके वर्तमान कार्यभार के साथ-साथ स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव का कार्यभार भी सौंप दिया है।