श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में सोमवार को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिद्दीन के दुर्दात कमांडर बुरहान मुजफ्फर वानी का बड़ा भाई खालिद गोली लगने से मारा गया, जबकि बुरहान अपने साथी आतंकियों के साथ वहां से भाग निकला। मुठभेड़ में सेना का जवान भी घायल हुआ है।
खालिद की मौत की खबर फैलते ही त्राल में तनाव फैल गया और लोग सड़कों पर उतर आए। लोगों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए उनके बंकरों व चौकियों पर पथराव शुरू कर दिया, लेकिन सुरक्षाकर्मियोंने पूरा संयम बनाए रखा। देर रात तक हिंसक झड़पों का दौर जारी रहा। स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर खालिद को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराने का आरोप लगाया है। वहीं, सुरक्षाबलों ने मुठभेड़स्थल से तीन युवकों को गिरफ्तार करने के साथ दो एसाल्ट राइफलें व अन्य विस्फोटक पदार्थ भी बरामद किया है।
शाम करीब पांच बजे त्राल के ऊपरी इलाके में स्थित बुछु-कमाला जंगल में सेना की 42 व तीन आरआर के साथ राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। जवान जब जंगल के भीतर दाखिल हुए तो आतंकियों ने उनपर अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एक सैन्यकर्मी घायल हो गया। इसपर अन्य जवानों ने भी जवाबी फायर किया। इसके बाद वहां करीब आधा घंटे तक जबरदस्त गोलीबारी हुई।
इसके बाद आतंकियों की तरफ से गोलियां चलना बंद होने पर जवानों ने तलाशी ली तो उन्हें वहां गोलियों से छलनी एक शव मिला। छानबीन के दौरान पता चला कि मरने वाला आतंकी नहीं बल्कि दक्षिण कश्मीर में बीते तीन साल से सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बने हिज्ब के डिवीजनल कमांडर बुरहान का बड़ा भाई खालिद है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़स्थल से तीन युवकों को भी पकड़ा। उन्होंने बताया कि वे खालिद के साथ बुरहान से मिलने आए थे।
