नरसिंहपुर। कोतवाली पुलिस ने तहसीलदार पीयूष दुबे के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज किया है। इस मामले में शिकायतकर्ता चांवरपाठा निवासी त्रिभुवन पालीवाल ने पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी कि जमीन के नामांतरण के केस में तहसीलदार पीयूष दुबे ने कूटरचित फर्जी दस्तावेज तैयार कर एसपी कार्यालय की फर्जी सील लगाई और उसके आधार पर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।
याचिका के समर्थन में पेश किए गए दस्तावेज कूटरचित तरीके से तैयार किए गए थे। तहसीलदार ने एसपी कार्यालय के शिकायत रजिस्टर में उस अपराध क्रमांक (739/27.7.09) को कूटरचित तरीके से त्रिभुवन पालीवाल के विरुद्घ बताया, जबकि यह प्रकरण क्रमांक झिलपनीढाना के अंबिका प्रसाद दुबे के नाम दर्ज था।
इस शिकायत की जांच पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम मालवीय ने की थी।
जिसमें पाया गया कि तहसीलदार पीयूष दुबे के द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार किए गए हैं, बल्कि उन्हें असली बताया गया है। कोतवाली पुलिस ने पीयूष दुबे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तहसीलदार पीयूष दुबे के खिलाफ इसके पूर्व भी करीब 5 मामले दर्ज हैं।
शिकायतकर्ता त्रिभुवन पालीवाल की शिकायत पर तहसीलदार पीयूष दुबे के खिलाफ गुरुवार को प्रकरण कायम किया गया है। मामले की जांच की जा रही है, साक्ष्यों के आधार पर जो स्पष्ट होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
नरेश शर्मा, एसडीओपी, नरसिंहपुर
